Ind vs AUS: ऋषभ पंत का 'स्लेजिंग' पर बयान, 'कोई मुझे उकसाता है, तो जवाब जरूर देता हूं'

Rishabh Pant: टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा है कि वह मैदान में खुद को उकसाने वाले को जवाब जरूर देते हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Published: January 17, 2019 01:04 PM2019-01-17T13:04:00+5:302019-01-17T13:04:00+5:30

India vs Australia: If someone provokes me, I will give it back, says Rishabh Pant on Sledging | Ind vs AUS: ऋषभ पंत का 'स्लेजिंग' पर बयान, 'कोई मुझे उकसाता है, तो जवाब जरूर देता हूं'

ऋषभ पंत ने कहा है कि लोगों ने उनकी स्लेजिंग का लुत्फ उठाया (AFP)

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भारतीय क्रिकेट का अगला सुपरस्टार कहे जा रहे युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत ने कहा है कि अगर मैदान में उन्हें कोई उकसाता है तो वह उसका जवाब जरूर देते हैं। पंत हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर टेस्ट सीरीज के दौरान विकेट के पीछे से अपने मजेदार कमेंट्स की वजह से काफी चर्चित हुए थे। 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पंत ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन से टेस्ट सीरीज के दौरान हुई अपनी मजेदार जुबानी जंग पर कहा, 'मैं ऐसा ही हूं, अगर कोई मुझे उकसाता है, तो मैं जवाब देता हूं। मेरी टीम के लिए एक जिम्मेदारी थी। लेकिन मैं कोड ऑफ कंडक्ट जानता हूं। मुझे अपने आदर्श याद हैं। मैंने स्लेजिंग की, लेकिन वास्तव में लोगों ने इसे पसंद किया है।'

पंत ने हंसते हुए कहा, 'मेरी मां और बहन ने इसका लुत्फ उठाया, मैं खुश हूं।'

'धोनी, गिलक्रिस्ट का फैन, पर ऋषभ पंत बनना चाहता हूं'

2016 में भारतीय अंडर-19 टीम के विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत ने अपने आदर्श के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के महान विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का नाम लिया था। लेकिन अब उनके आदर्श के बारे में पूछे जाने पर वह कहते हैं, 'मैं गिलक्रिस्ट और माही भाई (धोनी) को आदर्श मानता हूं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि मैं वही इंसान बनना चाहता हूं। ये अपने आदर्शों को कॉपी करने का नहीं बल्कि उससे ज्यादा उनसे सीखने की बात है।' 

वह कहते हैं 'मैं खुद अपने आप जैसा बनना चाहता हूं, मैं ऋषभ पंत बनना चाहता हूं।'

किसी भी छोटे शहर के क्रिकेटर की तरह ऋषभ पंत की भी संघर्ष की अपनी कहानी है। रुड़की जैसे छोटे से शहर से निकलकर क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने के लिए दिल्ली में किराए के घर में रहना से लेकर गुरुद्वारों में रातें गुजारने तक पंत ने काफी कुछ सहा है। 

हालांकि इस कामयाबी के सफर में उनके कोच तारक सिन्हा का योगदान अहम रहा है। यही वजह है कि पंत अब भी अपनी बल्लेबाजी के बारे में कोच सिन्हा से ही चर्चा करते हैं और उनके योगदान की तारीफ भी करते हैं।   

पंत को शुरुआती दिनों में उनके ज्यादा वजन के लिए आलोचना झेलनी पड़ती थी। एक समय 80 किलो के रहे पंत मुस्कुराते हुए कहते हैं, 'वह बेबी फैट था, लेकिन लोग इस बात पर ध्यान देने को तैयार नहीं थे कि मैं तब सिर्फ 16 साल का था।' अब उन्होंने अपनी फिटनेस पर काफी मेहनत की है और करीब 20 किलो वजन घटाया है। 

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़ने वाला पहला भारतीय विकेटकीपर बनकर इतिहास रचने वाले ऋषभ पंत को इस दौरे के लिए वनडे सीरीज में नहीं चुना गया है। अब उन्हें फरवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली तीन टी20 मैचों की सीरीज में खेलना है। 

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