चेतेश्वर पुजारा ने गुरुवार को मेलबर्न टेस्ट के दूसरे दिन अपने टेस्ट करियर का 17वां शतक जड़ा और भारत ने 443/7 का मजबूत स्कोर बनाते हुए पारी घोषित की। तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन के खेल में पुजारा का शतक ही प्रमुख आकर्षण रहा। पुजारा ने 319 गेंदों में 10 चौकों की मदद से 106 रन की शानदार पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया के इस दौरे पर अपना दूसरा शतक जड़ते हुए पुजारा ने कुछ महीनों पहले उन्हें टीम से बाहर करने की मांग करने वाले आलोचकों को जोरदार जवाब दिया है। पुजारा ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट आलोचकों को चुप कराने के लिए नहीं खेलते हैं।
पुजारा ने कहा, 'देखिए, जब मैं इंटरनेशनल क्रिकेट खेलता हूं, तो मैं किसी को खामोश नहीं करना चाहता हूं। मुझे सिर्फ रन बनाने की जरूरत है और मैं यही करना पसंद करता हूं। मैं इन सब बातों में नहीं पड़ना चाहता हूं।'
इस स्टार बल्लेबाज ने कहा, 'मेरा काम रन बनाना है और मैं ये करना जारी रखूंगा, फिर चाहे वह घर में हो या बाहर। कई बार आपकी आलोचना होती है और आपको इसे स्वीकार करना होगा। लेकिन अगर भारत जीतता रहता है, तो आखिरकार सब खुश हो जाते हैं।'
ये पूछे जाने पर कि क्या पुजारा विदेश में दो शतक जड़कर राहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'नहीं कह सकता कि मैं राहत महसूस कर रहा हूं क्योंकि मैं हमेशा से जानता था कि मैं रन बना सकता हूं। ये शतक बनाना हमेशा से अच्छा होता है। हमेशा से ये माना जाता रहा है कि मैं घर में रन बनाता हूं। कई बार, चीजें बड़ी मुश्किल बन जाती है, खासतौर पर तब जब आप विदेशी दौरों पर होते हैं।'
उन्होंने कहा, 'हां, एक बल्लेबाज के तौर पर विदेश में खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है।'