IND vs AUS: टेस्ट में जोरदार जीत के बाद भारत की नजरें वनडे सीरीज में भी कमाल पर, पहले वनडे में सिडनी में भिड़ंत

India vs Australia 1st ODI Preview: सिडनी में खेले जाने वाले पहले वनडे में टीम इंडिया की नजरें जीत दर्ज करते हुए टेस्ट सीरीज की कामयाबी जारी रखने पर होगी

By भाषा | Published: January 11, 2019 09:45 PM2019-01-11T21:45:17+5:302019-01-11T21:45:17+5:30

India vs Australia 1st ODI Preview: India eye to keep victory momentum in odi series | IND vs AUS: टेस्ट में जोरदार जीत के बाद भारत की नजरें वनडे सीरीज में भी कमाल पर, पहले वनडे में सिडनी में भिड़ंत

कोहली और फिंच की नजरें वनडे सीरीज जीतने पर होंगी (ICC)

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सिडनी, 11 जनवरी: टेस्ट में सफलता के बाद गैरजरूरी विवाद का सामना कर रही भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शनिवार से यहां शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज के साथ विश्व कप की अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने की कोशिश करेगी।

हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल की एक टीवी शो के दौरान महिलाओं के प्रति 'अनुचित' टिप्पणी से भारतीय टीम का ध्यान भंग हुआ होगा। बीसीसीआई ने शुक्रवार को महिलाओं पर गयी अनुचित टिप्पणियों के मामले में हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल को जांच लंबित होने तक निलंबित कर दिया जिससे वह पूरी सीरीज में नहीं खेल पायेंगे।

इस विवाद से पहले पंड्या का अंतिम एकादश में खेलना लगभग तय माना जा रहा था लेकिन राहुल शनिवार को खेलने की दौड़ में नहीं थे। कप्तान विराट कोहली ने शुक्रवार टीम के दोनों साथियों की टिप्पणी की निंदा करते हुए इन्हें अनुचित बताया। 

राहुल की खराब फॉर्म और वनडे प्रारूप में रोहित शर्मा और शिखर धवन की स्थापित जोड़ी को देखते हुए इस बल्लेबाज को अंतिम एकादश में मौका मिलने की संभावना नहीं थी। बड़ा सवाल हालांकि पंड्या की गैरमौजूदगी को लेकर है क्योंकि यह आलराउंडर 10 ओवर गेंदबाजी करने के अलावा मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने की अपनी क्षमता से टीम को अहम संतुलन मुहैया कराता है।

हार्दिक पंड्या की गैरमौजूदगी में किसे मौका देंगे कोहली?

पंड्या की गैरमौजूदगी का मतलब है कि भारत को अपने गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव करना होगा। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पहले ही मौजूदा सीरीज और न्यूजीलैंड दौरे से आराम दिया जा चुका है। इससे टीम प्रबंधन को अपने गेंदबाजी आक्रमण के साथ आखिरी प्रयोग का मौका मिलेगा।

भुवनेश्वर कुमार का खेलना लगभग तय है और यह कोहली पर निर्भर करता है कि पंड्या की गैरमौजूदगी में वह तीन तेज गेंदबाजों के आक्रमण के साथ उतरते हैं या नहीं। ऐसी स्थिति में मोहम्मद शमी और खलील अहमद को अंतिम एकादश में मौका मिल सकता है क्योंकि विश्व कप के लिए भारत इसी चौकड़ी को बरकरार रखने का प्रयास कर रहा है। एससीजी की पिच पर हल्की घास देखी जा सकती है और इससे भारतीय कप्तान तीन तेज गेंदबाज और दो स्पिनर के आक्रमण के साथ उतर सकते हैं।

कोहली ने साथ ही कहा है कि पंड्या की गैरमौजूदगी में रवींद्र जडेजा आलराउंडर की भूमिका निभा सकते हैं। ऐसी स्थिति में जडेजा बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव के साथ स्पिन आक्रमण का हिस्सा होंगे जबकि जरूरत पड़ने पर केदार जाधव कामचलाऊ गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं। दोनों सलामी बल्लेबाजों के बाद कोहली तीसरे नंबर पर उतरेंगे। जाधव, महेंद्र सिंह धोनी और अंबाती रायुडू मध्यक्रम क्रम का हिस्सा हो सकते हैं। 

इस वनडे सीरीज में धोनी की फॉर्म पर होगी नजर

इस सीरीज में धोनी और रायुडू की फॉर्म पर विशेष रूप से नजर रहेगी। धोनी 2018 में खराब फॉर्म से जूझते रहे और इस दौरान 20 वनडे मैचों में 25 की औसत से 275 रन ही बना सके। यह विकेटकीपर बल्लेबाज इस दौरान एक भी अर्धशतक नहीं जड़ पाया। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 71.42 रहा जो 87.89 के उनके करियर स्ट्राइक रेट से काफी कम है।

भारत चौथे नंबर की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए रायुडू को आजमा रहा है और पिछले साल सितंबर में एशिया कप से उन्हें पर्याप्त मौके दे रहा है। इस दौरान रायुडू ने एशिया कप और वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में 11 वनडे मैचों में एक शतक और तीन अर्धशतक की बदौलत 56 के औसत से 392 रन बनाए।

इस स्थान के अन्य दावेदारों की तुलना में रायुडू के प्रदर्शन में अधिक निरंतरता देखने को मिली है लेकिन उन्होंने जिन परिस्थितियों में प्रदर्शन किया है वे इंग्लैंड के हालात से काफी अलग हैं। रायुडू ऑस्ट्रेलिया और फिर न्यूजीलैंड दौरे पर कैसा प्रदर्शन करते हैं इससे तय होगा कि भारत चौथे नंबर की पहेली का हल खोजने में सफल रहा है या नहीं। 

भारत को ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर भी जनवरी 2016 में वनडे सीरीज में इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा था और तब धोनी की अगुआई में भारतीय टीम को 1-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। रोहित और कोहली ने तब पांच मैचों की सीरीज में क्रमश: 441 और 381 रन बनाए थे जबकि धवन ने 287 रन बटोरे थे। मध्यक्रम हालांकि उपयोगी योगदान देने में नाकाम रहा था और मनीष पांडेय के अंतिम वनडे मैच में जुझारू शतक की बदौलत ही भारतीय टीम 5-0 से क्लीन स्वीप से बचने में सफल रही थी।

ऑस्ट्रेलिया में बेहद खराब रहा है भारत का वनडे रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलिया में भारत का वनडे रिकॉर्ड काफी खराब है। विश्व चैंपियनशिप 1985 और सीबी सीरीज 2008 की जीत के अलावा भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 48 में से 35 वनडे मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।

भारत को हालांकि डेविड वार्नर (2016 की सीरीज में तीन मैचों में 220 रन) और स्टीव स्मिथ (2016 में पांच मैचों में 315 रन) की गैरमौजूदगी का फायदा मिल सकता है जबकि मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की तेज गेंदबाजी तिकड़ी को भी इस सीरीज से आराम दिया गया है।

ऑस्ट्रेलिया ने पहले वनडे से पूर्व अपनी अंतिम एकादश की घोषणा कर दी है जिसमें नाथन लियोन को एकमात्र स्पिनर के रूप में जगह मिली है जबकि पीटर सिडल 2010 के बाद पहली बार इस प्रारूप में वापसी करेंगे। विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी वनडे में पहली बार पारी का आगाज करेंगे। वह कप्तान एरॉन फिंच के साथ सलामी जोड़ी बनाएंगे। मध्यक्रम में उस्मान ख्वाजा, शान मार्श और पीटर हैंड्सकोंब को जगह मिली है।

मेजबान टीम का बल्लेबाजी क्रम लंबा है। मार्कस स्टोइनिस और ग्लेन मैक्सवेल क्रमश: छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण हालांकि कागज पर कमजोर नजर आता है। आठ साल बाद सिडल वापसी कर रहे हैं जबकि बायें हाथ के तेज गेंदबाज जेसन बेहरेनडॉर्फ को पदार्पण का मौका मिलेगा।

दोनों टीमों इस प्रकार हैं: 

भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायुडू, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रविंद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज में से।

ऑस्ट्रेलिया (अंतिम एकादश): एरॉन फिंच (कप्तान), एलेक्स कैरी, उस्मान ख्वाजा, शान मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, नाथन लियोन, पीटर सिडल, झाय रिचर्डसन और जेसन बेहरेनडॉर्फ।

मैच का समय:  सुबह 7.50 मिनट पर (भारतीय समयानुसार) 

मैच स्थान: सिडनी क्रिकेट ग्राउंड, सिडनी

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