कोरोना संक्रमितों को ब्लड मिलने में हो रही दिक्कत, खुद 'रक्तदान' के लिए हॉस्पिटल पहुंचा भारतीय खिलाड़ी

मिजोरम के साईनोड अस्पताल में खून मिलने में काफी दिक्कत हो रही है। ऐसे में लालपेखलुआ तुरंत रक्तदान के लिए यहां पहुंच गए।

By भाषा | Published: April 12, 2020 03:57 PM2020-04-12T15:57:40+5:302020-04-12T15:57:40+5:30

India footballer Jeje Lalpekhlua comes to rescue of people in dire need of blood | कोरोना संक्रमितों को ब्लड मिलने में हो रही दिक्कत, खुद 'रक्तदान' के लिए हॉस्पिटल पहुंचा भारतीय खिलाड़ी

कोरोना संक्रमितों को ब्लड मिलने में हो रही दिक्कत, खुद 'रक्तदान' के लिए हॉस्पिटल पहुंचा भारतीय खिलाड़ी

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भारतीय फुटबॉल टीम के स्ट्राइकर जेजे लालपेखलुआ ने कोविड-19 महामारी से पैदा हुई परिस्थितियों में मिजोरम में जरूरतमंद लोगों को बचाने के लिये खुद रक्तदान करने का फैसला किया क्योंकि वहां खून मिलने में काफी दिक्कत हो रही है। भारत में कोरोना वायरस के कारण 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है और इसे बढ़ाया भी जा सकता है।

इस फुटबॉलर ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के कारण ‘ब्लड यूनिट्स’ आसानी से उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए ‘यंग मिजो एसोसिएशन’ (वाईएमए) से जुड़े अस्पतालों को मदद की जरूरत है। जब यह खबर मेरे पास पहुंचीं तो मैं जानता था कि मुझे क्या करना है। आप ऐसी परिस्थितियों में चुप नहीं बैठ सकते हैं। ’’

लालपेखलुआ तुरंत रक्तदान के लिए मिजोरम के डर्टलैंग के के. साईनोड अस्पताल पहुंच गये। उन्होंने कहा, ‘‘हमने योजना बनायी। हम वाईएमए के अस्पताल में पहुंचे। हम 33 लोग गये थे, जिनमें से 27 को रक्तदान करने के लिए फिट माना गया। ’’

जेजे ने कहा, ‘‘मैंने बहुत छोटी सी भूमिका अदा की लेकिन यह काफी संतोषजनक है। मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं जिसने मुझे ऐसा करने की हिम्मत दी।’’ यह 29 साल का फुटबॉलर पहले भी जरूरत के समय मिजोरम में मदद कर चुका है।

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