Highlightsइंग्लैंड के खिलाफ बेखौफ खेलने में मदद मिली।किशन ने कहा कि यह पारी कोच के पिता को समर्पित कर रहा हूं।32 गेंदों पर 56 रन बनाने वाले ईशान किशन को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।
ind vs eng: झारखंड के युवा बल्लेबाज ईशान किशन ने डेब्यू मैच में धमाल कर दिया। उन्होंने 32 गेंद में 56 रन की पारी खेली। किशन को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार पदार्पण करने वाले युवा बल्लेबाज ईशान किशन ने कहा कि आईपीएल में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों का सामना करने से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ बेखौफ खेलने में मदद मिली।
मुंबई इंडियस के लिए आईपीएल खेलने वाले किशन ने कहा कि यह पारी कोच के पिता को समर्पित कर रहा हूं। पारी को अपने कोच के पिता को समर्पित करते हैं। ईशान किशन ने बताया उनका कुछ दिन पहले ही निधन हुआ था मैच के बाद झारखंड के इस बल्लेबाज ने कहा कि मेरे कोच के पिता का निधन कुछ दिन पहले हुआ और ये पारी उन्हीं को समर्पित है।
ईशान ने कहा कि मैं अपने आपको साबित करना चाहता था, क्योंकि मेरे कोच ने कहा था कि तुम्हें मेरे पिता के लिए कम से कम फिफ्टी बनानी है, तो मैं अपना अवॉर्ड उन्हीं को समर्पित करता हूं, 32 गेंदों पर 56 रन बनाने वाले ईशान किशन को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।
आईपीएल में आपका सामना दुनिया भर के बेहतरीन गेंदबाजों से होता
किशन ने मैच के बाद वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘नेट्स पर मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाजों ट्रेंट बोल्ट और जसप्रीत बुमराह को खेलने से काफी मदद मिली। वे काफी तेज गेंदबाज हैं और उनके खिलाफ शॉट्स खेलने से आत्मविश्वास आता है।’
उन्होंने कहा ,‘आईपीएल में आपका सामना दुनिया भर के बेहतरीन गेंदबाजों से होता है और फिर उन्हें खेलने की आदत हो जाती है। इससे मुझे फायदा मिला।’’ उन्होंने यह भी कहा कि टीम प्रबंधन ने उन्हें दबाव लिये बिना स्वाभाविक खेल दिखाने में मदद की।
किशन ने कहा ,‘मैच से पहले मुझसे खुलकर खेलने के लिये कहा गया, जैसे मैं आईपीएल में खेलता हूं ।मुझे अतिरिक्त दबाव नहीं लेने के लिये कहा गया। पहला अंतरराष्ट्रीय मैच होने से मैं नर्वस था लेकिन भारत की जर्सी पहनने के बाद दबाव चला जाता है और आप सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की कोशिश करते हैं।’
उन्होंने कप्तान विराट कोहली के साथ 94 रन की साझेदारी की। कोहली ने 49 गेंद में नाबाद 73 रन बनाये । किशन ने कहा ,‘मेरे लिये यह गर्व की बात थी क्योंकि मैने उन्हें और मैदान पर उनके खेल को टीवी पर ही देखा है। दूसरे छोर से इसे अनुभव करना बिल्कुल अलग था। उनकी ऊर्जा और मैदान पर मौजूदगी सीखने लायक है। मैं उनसे बहुत कुछ सीखने की कोशिश करूंगा।’