Highlightsभारतीय टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज की।टीम इंडिया के लिए बांग्लादेश के खिलाफ यह सीरीज अपेक्षा के अनुरूप नहीं रही।देखें क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन के रिपोर्ट कार्ड में भारत के किस खिलाड़ी को कितने नंबर मिले।
भारतीय क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ एक मैच गंवाने के बाद वापसी करते हुए तीन मैचों की टी20 सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया। बांग्लादेश के साथ खेली गई तीन मुकाबलों की यह सीरीज मेजबानों के लिए अपेक्षा के अनुरूप आसान नहीं रही। हालांकि भारतीय टीम ने शुरुआती पराजय झेलने के बाद जोरदार वापसी की।
बांग्लादेश ने दिल्ली में खेले गए पहले टी20 में भारतीय टीम को 7 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया और भारत के खिलाफ टी20 में पहली जीत दर्ज की। हालांकि इसके बाद टीम इंडिया ने राजकोट में 8 विकेट और नागपुर में 30 रनों से जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम कर ली।
कप्तान रोहित शर्मा ने अपने संसाधनों का बखूबी इस्तेमाल कर सीरीज में भारत को जीत दिलाई। मुकाबलों का रोमांच स्कोर बोर्ड को देखकर पता नहीं चलता, लेकिन टीम इंडिया नए चेहरो ने अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए मजबूत दावेदारी पेश की है। हालांकि टीम प्रबंधन को कुछ खामियों पर तुरंत गौर करने की जरूरत है।
टीम इंडिया की सीरीज में 2-1 से जीत के बाद क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन ने लोकमत के लिए लिखे अपने कॉलम में टीम इंडिया के खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर रिपोर्ट कार्ड तैयार किया। देखें कौन खिलाड़ी पास हुआ, कौन फेल और किस खिलाड़ी को कितने नंबर मिले हैं...
रोहित शर्मा (7.5/10) : रोहित शर्मा कप्तानी के मोर्चे पर सफल रहे, लेकिन बल्लेबाजी में उन्होंने निराश किया। रोहित दूसरे मैच में खेली गई 85 रनों की तूफानी पारी को छोड़कर बल्लेबाजी में प्रभाव नहीं छोड़ पाए। रोहित ने आखिरी मैच में शानदार कप्तानी की और बांग्लादेश के खिलाफ शानदार जीत में गेंदबाजों का इस्तेमाल बड़े ही बुद्धिमानी ढंग से किया।
शिखर धवन (5/10) :शिखर धवन अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील करने में नाकाम रहे। लंबे तजुर्बे के बावजूद निरंतरता का घोर अभाव रहा। इस तेजतर्रार प्रारुप में 107 का स्ट्राइक रेट औसत दर्ज का ही माना जाएगा।
केएल राहुल (5/10) : केएल राहुल अंत मैच में शानदार अर्धशतक ठोंककर साख बचाने में कुछ हद तक ही सफर रहे। इसे छोड़कर वह अपेक्षा के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पाए। राहुल, धवन की तरह ही अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए।
श्रेयस अय्यर (7.5/10) : श्रेयस अय्यर ने भारत की ओर से सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए। उनकी ताकत और टाइमिंग गजब की है, जिसके चलते वह रोहित की तरह स्वच्छंद होकर खेल सकते हैं। अंतिम मैच में विपरीत स्थितियों में अर्धशतक ठोंककर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया।
ऋषभ पंत (3/10) : लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे ऋषभ पंत के लिए यह सीरीज भी निराशाजनक रही। केवल दो मुकाबलों में बल्लेबाजी का मौका मिला, लेकिन वह इन दोनों अवसर पर विफर रहे। विकेटकीपर के रुप में भी वह नाकाम रहे। कम उम्र के साथ उनके पास योग्यता है, लेकिन पंत को खुद को साबित करने के लिए निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
मनीष पाण्डेय (6/10) : सीरीज में मनीष पाण्डेय को ज्यादा मौके नहीं मिल पाए। अंतिम मुकाबले में मौका मिलने पर वह अपने स्तर को साबित करने में सपल रहे। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने ध्यान खींचा।
शिवम दुबे (5.5/10) : घरेलू क्रिकेट में आक्रामक बल्लेबाजी और निरंतर विकेट लेने की क्षमता के चलते शिवम दुबे को मौका मिला, लेकिन शुरुआती दो मैचों में वह अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। अंतिम मैच में उन्होंने तीन विकेट झटककर जीत में अहम योगदान दिया और अपनी मौजूदगी दर्ज की।
वाशिंगटन सुंदर (5.5/10) : वाशिंगटन सुंदर ने सीरीज में गेंदबाजी से प्रभावित किया। उन्होंने कम समय में आक्रामक प्रदर्शन कर पहचान बनाई और गेंदबाजी में उन्हें 4 ओवर का कोटा पूरा करने का मौका मिला। हालांकि वह एक ही विकेट झटक पाए, लेकिन रनों पर अंकुश लगाने में सफल रहे।
क्रुणाल पंड्या (2/10) : होनहार ऑलराउंडर के रूप में पहचान बनाने वाले क्रुणाल इस सीरीज में अपेक्षा के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पाए। बल्लेबाज के रुप में पर्याप्त मौके नहीं मिले, लेकिन बतौर गेंदबाज वह कोई खास छाप नहीं छोड़ पाए और तीसरे मैच में उन्हें मौका भी नहीं मिला।
दीपक चाहर (9/10) : जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की गैरमौजूदगी में दीपक चाहर ने शानदार प्रदर्शन किया। अंतिम मैच में हैट-ट्रिक के साथ दीपक ने बांग्लादेश के खिलाफ इतिहास रच डाला। उनकी गेंदबाजी में विविधता गजब की रहा। यही वजह रही कि बांग्लादेशी बल्लेबाज उनके सामने नतमस्तक हो गए।
खलील अहमद (3/10) : मुख्य गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में खलील अहमद के पास टीम में जगह पक्की करने का अच्छा मौका था, लेकिन वह नाकाम रहे। खलीली के लिए यह सीरीज नीरस रही और उन्होंने जमकर रन लुटाए। खब्बू गेंदबाज होने के कारण भारतीय गेंदबाजी को विविधता प्राप्त होती है, लेकिन खलील सीरीज में गेंदों पर नियंत्रण नहीं रख पाने के कारण काफी महंगे साबित हुए। उन्हें अपनी कमजोरियों पर गौर करना होगा।
युजवेंद्र चहल (6.5/10) :युजवेंद्र चहल ने नपी-तुली गेंदबाजी करते हुए चतुराई बरती और स्थितियों के अनुरुप बढ़िया गेंदबाजी करते हुए विकेट झटके। युजवेंद्र चहल पर कप्तान रोहित शर्मा भरोसा जताया, जिसे उन्होंने दूसरे मैच में सही साबित किया।