2018 में पूरे साल खराब फॉर्म से जूझने वाले एमएस धोनी ने 2019 की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की है। धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की 2-1 से ऐतिहासिक वनडे सीरीज जीत में लगातार तीन अर्धशतक जड़े। धोनी ने तीन मैचों में 193 रन बनाते हुए मैन ऑफ सीरीज का खिताब जीता।
धोनी ने दूसरे और तीसरे वनडे में नाबाद अर्धशतकीय पारियां खेलते हुए भारत को क्रमश: 6 और 7 विकेट से जीत दिलाई। शुक्रवार को मेलबर्न में खेले गए तीसरे वनडे में धोनी ने 87 रन की नाबाद पारी खेलते हुए भारत को 7 विकेट से जोरदार जीत दिलाई।
इंग्लैंड दौरे पर खराब फॉर्म से जूझ रहे धोनी ने एक मैच के बाद गेंद उठा ली थी, जिसके बाद उनके संन्यास की अटकलें लगने लगी थीं, लेकिन तब खुद कोच शास्त्री को इन अटकलों को खारिज करना पड़ा था। बाद में पता चला था कि धोनी ने गेंद की परिस्थिति को गेंदबाजी कोच को दिखाने के लिए वो गेंद उठाई थी।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो के मुताबिक, शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी मैच के बाद धोनी ने गेंद उठा ली थी, लेकिन इस बार उन्होंने किसी को अटकलों का मौका दिए बिना इसे तुरंत ही बैटिंग कोच संजय बांगड़ को सौंप दिया और कहा, 'बॉल ले लो नहीं तो बोलेंग कि (धोनी) रिटायरमेंट ले रहे हैं।'
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मैच में पहले खेलते हुए युजवेंद्र चहल (42/6) की घातक गेंदबाजी के आगे 48.4 ओवर में 230 रन पर सिमट गई। इसके जवाब में भारत ने धोनी के नाबाद 87 और
केदार जाधव के 61 रन की बदौलत जीत का लक्ष्य 4 गेंदें बाकी रहते हुए 7 विकेट से जीत लिया। धोनी और जाधव ने चौथे विकेट के लिए 121 रन की अविजित साझेदारी करते हुए भारत की जीत में अहम योगदान दिया।
भारत इस सीरीज जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट, वनडे और टी20 सीरीज जीतने वाला पहला देश बन गया। भारत ने वनडे से पहले इसी दौरे पर टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी जबकि इससे पहले 2016 में तीन मैचों की टी20 सीरीज 3-0 से जीती थी।