Highlightsआईसीसी वर्ल्ड कप के लिए सोमवार को भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई।चयन समिति में एमएसके प्रसाद सहित देवांग गांधी, सरनदीप सिंह, जतिन परांजपे और गगन खोड़ा हैं।वर्ल्ड कप तो बहुत दूर है, इन पांचों ने कुल मिलाकर मात्र 31 वनडे मैच खेले हैं।
इंग्लैंड और वेल्स में 30 मई से शुरू होने वाले आईसीसी वर्ल्ड कप के लिए सोमवार को भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई। टीम इंडिया का चुनाव उन लोगों ने किया, जिन्होंने अपने करियर में कभी विश्व कप नहीं खेला।
5 सेलेक्टर्स ने मिलकर खेले हैं सिर्फ 31 वनडे
चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद सहित देवांग गांधी, सरनदीप सिंह, जतिन परांजपे और गगन खोड़ा के पास विश्वव कप में खेलने की बात तो दूर रही द्विपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों की अनुभव भी नहीं के बराबर है। इन पांचों ने कुल मिलाकर मात्र 31 वनडे मैच खेले हैं।
एमएसके प्रसाद ने 18 तो देवांग गांधी ने खेले हैं 7 मैच
मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कुल 18 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिनमें छह टेस्ट और 17 वनडे मैच है। एमएसके प्रसाद ने अपने पूरे क्रिकेट करियर में 14.55 के मामूली औसत से 131 रन बनाए हैं। देवांग गांधी ने चार वनडे और तीन वनडे खेले हैं। वनडे मैचों में 16.33 के औसत से 49 रन बनाए हैं। उनका वनडे करियर ढाई महीने से अधिक नहीं चला।
इन तीन का करियर भी नहीं है खास
सरनदीप सिंह ने कुल 3 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेले हैं। पांच वनडे मैचों में उनके नाम पर 15.66 की औसत से 47 रन हैं। जतिन परांजपे ने सिर्फ चार वनडे में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, जबकि गगन खोड़ा का इंटरनेशनल करियर दो वनडे मैचों से आगे नहीं बढ़ सका।
ऐसा रहा है टीम इंडिया के सेलेक्टर्स का करियर
चयनकर्ता | वनडे | टेस्ट | फर्स्ट क्लास | लिस्ट ए |
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एमएसके प्रसाद | 17 | 6 | 96 | 88 |
देवांग गांधी | 3 | 4 | 95 | 98 |
सरनदीप सिंह | 5 | 3 | 92 | 77 |
जतिन परांजपे | 4 | 0 | 62 | 44 |
गगन खोड़ा | 2 | 0 | 132 | 119 |
क्या ये दे सकते हैं चैंपियन बनाने की गारंटी
यह हमारे राष्ट्रीय चयककर्ताओं का हिसाब किताब है। ऐसे लोगों ने उन्हें चुना है जिनके कंधों पर आगामी विश्वकप में देश की आन-बान और शान बचाने के जिम्मेदारी है। सवाल यह है कि जिन्होंने विश्व कप के मुकाबले स्टेडियम में बैठकर या टीवी पर देखें हैं, जिनके पास क्रिकेट के महासमर में उतरने का कोई अनुभव नहीं है, क्या वे टीम को चैंपियन बनाने की गारंटी दे सकते हैं।
ऐसे बचे गगन खोड़ा और जतिन परांचपे
गगन खोड़ा और जतिन परांजपे को इंटरनेशनल करियर में उनकी अनुभवहीनता को देखते हुए चयन समिति से हटाने का मुद्दा उठा था, लेकिन नियम के तहत बीसीसीआई की चयन समिति पांच सदस्यीय होना अनिवार्य है। इस वजह से दोनों को इसमें बनाए रखा गया।