मयंक अग्रवाल को आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में चोटिल विजय शंकर की जगह भारतीय टीम में शामिल किए जाने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इस फैसले के बाद अंबाती रायुडू ने बुधवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था।
बीसीसीआई द्वारा विजय शंकर की जगह अंबाती रायुडू और अजिंक्य रहाणे की बजाय एक भी वनडे न खेलने वाले मयंक अग्रवाल को चुने जाने के फैसले पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
सवाल इसलिए भी ज्यादा उठ रहे हैं क्योंकि अंबाती रायुडू को वर्ल्ड कप के स्टैंड बाय लिस्ट में रखा गया था और किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर उन्हें मौका दिए जाने की संभावनाएं ज्यादा थीं। लेकिन एमएसके प्रसाद की अध्यता वाली चयनसमिति का आखिरी समय पर रायुडू की जगह मयंक अग्रवाल को चुनने का फैसला चौंकाने वाला रहा।
कोहली-शास्त्री चाहते थे मयंक अग्रवाल का चयन!
आईएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक टीम से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि मंयक अग्रवाल को चुनने का फैसला पांच सदस्यीय चयन समिति का नहीं था बल्कि इसे टीम मैनेजमेंट द्वारा किया गया था।
सूत्र के मुताबिक, 'टीम मैनेजटमेंट ने ये स्पष्ट कर दिया था कि वे चोटिल शंकर की जगह मंयक को टीम में चाहते हैं। चयनकर्ताओं के इस सवाल पर बहस का कोई सवाल ही नहीं था।'
सूत्र ने ये भी कहा कि 2018 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत-ए के साथ मयंक अग्रवाल का शानदार प्रदर्शन उनके वर्ल्ड कप में चुने जाने की प्रमुख वजह बना।
सूत्र ने कहा, 'अगर आप ए टीम के खिलाफ उनका (मयंक) रिकॉर्ड देखें तो उन्होंने चार पारियों में दो शतकों की मदद से 287 रन बनाए थे। वॉर्म-अप मैच में लीसेस्टरशर के खिलाफ उन्होंने 151 रन की पारी खेली थी। ये सीरीज जून-जुलाई में खेली गई थी, जिससे आम धारणा ये है कि वह बहुमुखी हैं और अच्छी तरह अनुकूलित हो सकते हैं।'
28 वर्षीय मंयक अग्रवाल की इंडिया-ए के लिए फॉर्म शानदार रही है और कर्नाटक के बल्लेबाज ने सिर्फ 4 मैचों में 71.75 के औसत और 105.90 के स्ट्राइक रेट से 287 रन बनाए हैं।