अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने 6 जून को कहा था कि विकेटकीपर मोहम्मद शहजाद घुटने में चोट के कारण विश्व कप-2019 में नहीं खेल पाएंगे, लेकिन शाहजाद ने बोर्ड के इस बयान पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। शहजाद ने बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा, कि अधिकारी विश्व कप में खिलाड़ियों के चय को लेकर भेदभाव करते हैं।
शहजाद ने अपने घर लौटने पर मीडिया से कहा कि उन्हें फिटनेस को लेकर कोई भी समस्या नहीं थी, लेकिन बावजूद इसके बोर्ड ने उन्हें विश्व कप से बाहर कर दिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मैच से पहले अभ्यास सत्र में उन्हें बोर्ड के उन्हें टूर्नामेंट से बाहर करने के फैसले के बारे में पता चला। साथी खिलाड़ियों को भी इस बारे में पता नहीं था। शहजाद ने कहा, "मैंने किसी का साथ नहीं दिया, इसीलिए मुझे टीम से बाहर कर दिया गया। मुझे इसकी जानकारी तक नहीं दी गई, मुझे खबरों से आईसीसी के फैसले के बारे में पता चला।"
उन्होंने कहा, "बोर्ड के कुछ लोग मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं। सिर्फ मैनेजर, डॉक्टर और कप्तान ही ये जानते थे कि मुझे रिप्लेस किया जाने वाला है। यहां तक कि कोच फिल सिमंस को भी इसकी जानकारी काफी देर बाद मिली। ये दिल तोड़ने वाला था। मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले से पहले अपनी ट्रेनिंग पूरी की और अपना फोन देखा। मुझे पता चला कि मैं विश्व कप से बाहर हो चुका हूं, वो भी घुटने की चोट के कारण। बस में मौजूद मेरी ही तरह टीम का कोई भी सदस्य ये नहीं जानता था। सभी हैरान रह गए।"
हालांकि बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी असदुल्लाह खान ने इससे उलट ही बयान दिया है। उन्होंने कहा, "शहजाद जो कह रहे हैं, वो पूरी तरह से गलत है, क्योंकि आईसीसी के पास मेडिकल रिपोर्ट दाखिल की गई है और इसी के बाद उनके विकल्प के नाम का ऐलान किया गया। टीम एक अनफिट खिलाड़ी को नहीं उतार सकती। मैं समझता हूं कि वह विश्व कप से बाहर होने के कारण निराश हैं, लेकिन टीम फिटनेस के मुद्दे पर समझौता नहीं कर सकती।" विश्व कप में अफगानिस्तान को अपना अगला मैच 15 जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है। अफगानिस्तान ने अभी तक तीन मैच खेले हैं और तीनों में हार हुई है।