वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के ऐलान की तारीख पास आते ही खासतौर पर दूसरे विकेटकीपर की रेस और रोचक हो गई है। इस मेगा इंवेंट के लिए भारतीय टीम का ऐलान 15 अप्रैल को मुंबई में किया जाएगा।
टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं के बीच वर्ल्ड कप टीम में दूसरे विकेटकीपर के रूप में ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को चुने जाने को लेकर जोरदार चर्चा हो रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज के लिए चुनी गई टीम में ज्यादा बदलाव के मूड में नहीं हैं। एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली चयन समिति 15 अप्रैल को मुंबई में वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम चुनेगी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, टीम के एक करीबी सूत्र का कहना है, 'हाल ही में हुई ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद चयनकर्ताओं ने वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम लगभग तय कर ली थी। आईपीएल का उपयोग सिर्फ खिलाड़ियों की फिटनेस जांचने के लिए किया गया। पंत और दिनेश कार्तिक के बीच रोचक रेस है। चयनकर्ता टीम के साथ एक हफ्ते से तैयार हैं।'
कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद कहा था कि टीम में सिर्फ एक जगह चर्चा के लिए खुली है। कार्तिक की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए अनदेखी कई गई जबकि पंत को कुछ मैच खेलने का मौका देने के लिए धोनी उस सीरीज के आखिरी दो मैचों में नहीं खेले थे। पंत को इसके बाद ग्रेड ए का केंद्रीय करार दिया गया था, जबकि कार्तिक को ग्रेड बी से सी में डिमोट कर दिया गया।
साथ ही मैनेजमेंट विजय शंकर के ऑलराउंडर के रूप में हालिया प्रदर्शन से खुश है, जिसका मतलब है कि अंबाती रायुडू, जिन्हें अक्टूबर में नंबर 4 का प्रबल दावेदार माना गया था, को अब विजय और हार्दिक पंड्या से कड़ी टक्कर मिल रही है।
विजय शंकर को चुनने से टीम के तेज आक्रमण को मजबूती मिलेगी, जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार शामिल हैं। इससे सितंबर में सीमित ओवरों की क्रिकेट में जोरदार वापसी करने वाले रवींद्र जडेजा को भी टीम में शामिल करने का अवसर बन जाएगा।
पंत और कार्तिक की बहस में अनुभव के बावजूद जहां कार्तिक के पारी को संवारने की योग्यता पर सवाल उठते रहे हैं तो वहीं पंत के भी लगातार शॉट लगाने की स्टाइल सवालों के घेरे में है। सूत्र के मुताबिक, 'टीम मैनेजमेंट हार्दिक पंड्या के अलावा एक ऐसे विकल्प की तलाश में है जो धोनी के ऊपर से रन रेट का दबाव हटा सके।'