कोरोना वायरस महामारी के असर के कम होने के बाद टेस्ट क्रिकेट बहाल होने के लिये गेंदबाजों का इंतजार अन्य खिलाड़ियों की तुलना में लंबा होगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उनके लिये तैयारी का समय दो से तीन महीने तय किया है ताकि वे चोटों से बच सकें।
सदस्य देशों ने कोविड-19 महामारी रोकने के लिये लगी पाबंदियों में ढील दी है और आईसीसी ने शुक्रवार को खेल बहाल करने के लिये दिशानिर्देश जारी किये, लेकिन गेंदबाजों को वापसी के लिये थोड़ा ज्यादा इंतजार करना होगा क्योंकि उनके चोटिल होने की संभावना अधिक होती है।
खेल की विश्व संचालन संस्था ने इन दिशानिर्देशों में लिखा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों की तैयारी के लिये कम से कम आठ से 12 हफ्ते का समय चाहिए होगा। ’’ आईसीसी ने कहा, ‘‘गेंदबाजों को लंबे समय बाद खेल में वापसी पर चोटिल होने का ज्यादा जोखिम रहेगा।’’
इसके अनुसार, ‘‘खिलाड़ियों विशेषकर गेंदबाजों की सुरक्षित और प्रभावित वापसी जरूरी होगी। अगर उनकी (गेंदबाजों की) तैयारी का समय सीमित होगा तो इससे ज्यादा चोटें लगेंगी।’’
पाकिस्तान को अगस्त में इंग्लैंड का दौरा करना है जिसमें उसे तीन टेस्ट और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं, इन मैचों का आयोजन बंद स्टेडियम में किया जायेगा।
इंग्लैंड के 18 गेंदबाजों ने आगामी सत्र की तैयारियों के लिये गुरुवार से सात कांउटी मैदानों में व्यक्तिगत ट्रेनिंग सत्र शुरू कर दिये। आईसीसी ने कहा कि टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में गेंदबाजों को वापसी की तैयारी के लिये कम से कम पांच से छह हफ्ते का समय जरूरी होगा। वहीं वनडे के लिये तैयारी का न्यूनतम समय छह हफ्ते तय किया गया है।
आईसीसी ने टीमों को ज्यादा खिलाड़ियों के इस्तेमाल की सलाह दी और गेंदबाजों पर पड़ने वाल भार के प्रति सतर्कता बरतने की सलाह भी दी। साथ ही उसने कहा कि टेस्ट क्रिकेट की तैयारी के लिये कम से कम आठ से 12 हफ्तों का समय जरूरी होगी। इस महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निलंबित है जिससे दुनिया भर में तीन लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अन्य खेलों की तरह क्रिकेट मार्च से ही स्थगित है।