क्या क्रिकेट में टॉस हो जाएगा खत्म? आईसीसी बड़ा फैसला लेने की तैयारी में

काउंटी चैंपियनशिप में 2016 में टॉस नहीं किया गया और यहां तक कि भारत में भी घरेलू स्तर पर इसे हटाने का प्रस्ताव आया था।

By भाषा | Published: May 17, 2018 06:45 PM2018-05-17T18:45:38+5:302018-05-17T18:46:31+5:30

icc considering coin toss to scrap from test cricket | क्या क्रिकेट में टॉस हो जाएगा खत्म? आईसीसी बड़ा फैसला लेने की तैयारी में

Toss in Cricket

googleNewsNext

नई दिल्ली, 17 मई: क्या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से टॉस को अलविदा कह देना चाहिए ताकि दोनों टीमों में से कोई फायदे में नहीं रहे? टास का क्रिकेट से शुरू से नाता रहा है लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति की मुंबई में 28 और 29 मई को होने वाली बैठक में इसकी प्रांसगिकता और निष्पक्षता पर चर्चा की जाएगी।

वेबसाइट क्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'टेस्ट क्रिकेट से मूल रूप से जुड़े टॉस को खत्म किया जा सकता है। आईसीसी क्रिकेट समिति इस पर चर्चा करने के लिये तैयार है कि क्या मैच से पहले सिक्का उछालने की परंपरा समाप्त की जाए जिससे कि टेस्ट चैंपियनशिप में घरेलू मैदानों से मिलने वाले फायदे को कम किया जा सके।' (और पढ़ें- धोनी को किस बात पर आता है ज्यादा गुस्सा? सुरेश रैना ने बताई अंदर की बात)

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सिक्का उछालने यानि टास की परंपरा इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1877 में खेले गये पहले टेस्ट मैच से ही चली आ रही है। इससे यह तय किया जाता है कि कौन सी टीम पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी करेगी। सिक्का घरेलू टीम का कप्तान उछालता है और मेहमान टीम का कप्तान ‘हेड या टेल’ बोलता है। 

हालांकि, हाल में इसकी प्रासंगिकता पर सवाल उठाये जाने लगे हैं। आलोचकों का कहना है कि इस परंपरा के कारण मेजबान टीमों को अनुचित लाभ मिलता है।

वेबसाइट ने पैनल के सदस्यों को भेजे गये पत्र में लिखा है, 'टेस्ट पिचों की तैयारियों में घरेलू टीमों के हस्तक्षेप के वर्तमान स्तर को लेकर गंभीर चिंता है और समिति के एक से अधिक सदस्यों का मानना है कि प्रत्येक मैच में मेहमान टीम को टॉस पर फैसला करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। हालांकि समिति में कुछ अन्य सदस्य भी हैं जिन्होंने अपने विचार व्यक्त नहीं किये।' 

काउंटी चैंपियनशिप में 2016 में टॉस नहीं किया गया और यहां तक कि भारत में भी घरेलू स्तर पर इसे हटाने का प्रस्ताव आया था लेकिन उसे नकार दिया गया था। 

इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने दावा किया कि इस कदम के बाद मैच लंबे चले तथा बल्ले और गेंद के बीच अधिक प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। आईसीसी क्रिकेट समिति में पूर्व भारतीय कप्तान और कोच अनिल कुंबले, एंड्रयू स्ट्रॉस, माहेला जयवर्धने, राहुल द्रविड़, टिम मे, न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी डेविड वाइट, अंपायर रिचर्ड केटलबोरोग, आईसीसी मैच रेफरी प्रमुख रंजन मदुगले, शॉन पोलाक और क्लेरी कोनोर हैं। (और पढ़ें- IPL प्लेऑफ के पहले महिला टी20 मैच में स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर होंगी कप्तान, ऐसी होंगी दोनों टीमें)

Open in app