'तब तक ही खेलूंगा जब तक उपयोगी हूं, टीम पर बोझ नहीं बनूंगा': शिखर धवन

भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर लगभग अपने अंतिम पड़ाव पर है। धवन अब केवल वनडे टीम का हिस्सा हैं। इस बारे में बात करते हुए धवन ने कहा कि उन्हे इसका कोई अफसोस नहीं है। धवन का कहना है कि वह कभी टीम पर बोझ नहीं बनेंगे।

By शिवेंद्र राय | Published: August 10, 2022 07:52 PM2022-08-10T19:52:28+5:302022-08-10T19:54:21+5:30

I would like to be asset and not liability Shikhar Dhawan | 'तब तक ही खेलूंगा जब तक उपयोगी हूं, टीम पर बोझ नहीं बनूंगा': शिखर धवन

शिखर धवन (फाइल फोटो)

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Highlightsमैं तभी तक भारत के लिए खेलूंगा, जब तक टीम के लिए उपयोगी रहूंगा- धवनएक प्रारूप को समझना भी बहुत महत्वपूर्ण है- धवनमैं वनडे क्रिकेट की जरूरतों को समझता हूं - धवन

नई दिल्ली: बांए हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को एशिया कप की टीम में जगह नहीं मिली है। टी20 विश्वकप के लिए भी धवन दौड़ में नहीं हैं। टीम इंडिया का मैनैजमेंट ये साफ कर चुका है कि धवन को अब सिर्फ वनडे के विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में ही देखा जाएगा। हालांकि इस बारे में बात करते हुए धवन ने कहा है कि उन्हें इस बात का कोई अफसोस नहीं है कि वह अब सिर्फ एक प्रारूप के खिलाड़ी बन गए हैं। गब्बर नाम से मशहूर शिखर धवन ने इस बारे में बातचीत करते हुए कहा, "मैंने अपने अंदर इस भावना को कभी नहीं आने दिया कि हे भगवान, मैं केवल एक फॉर्मेट खेल रहा हूं। या मैं लंबे समय के बाद वनडे सीरीज़ खेल रहा हूं। मुझे जो मिलता है , मैं उसी में खुश रहता हूं। भारत के लिए अगर मैं एक फॉर्मेट में खेल रहा हूं तो मेरी कोशिश यह होती है कि मैं अपना सब कुछ उसी में दूं। मैं सकारात्मक सोच वाला इंसान हूं। आपको मेरे अंदर कोई नकारात्मकता नहीं मिलेगी। मुझे दो या तीन महीने में खेलने का मौका मिलता है और इससे मुझे तरोताजा रहने में मदद मिलती है।"

बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने आगे कहा, "मैं तभी तक भारत के लिए खेलूंगा, जब तक टीम के लिए उपयोगी रहूंगा। मैं टीम पर बोझ बनाना पसंद नहीं करूंगा। मैं 36 साल का हूं और पहले से काफी अधिक फिट हूं। मैंने जिम, योग, दौड़ के साथ व्यायाम कर खुद को बेहतर बनाया है। खेल को लेकर मेरी समझ काफी मजबूत है। मैंने अपनी तकनीक में सुधार के लिए काफी मेहनत की है। एक प्रारूप को समझना भी बहुत महत्वपूर्ण है। मैं वनडे क्रिकेट की जरूरतों को समझता हूं और इससे मुझे बहुत मदद मिली है।"

बता दें कि शिखर धवन ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी की थी और अब जिम्बाब्वे दौरे पर जाने वाली टीम की कमान भी उन्हें ही सौंपी गई है। धवन नियमित कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में टीम की कप्तानी करेंगे। भले ही धवन को अब टी20 और टेस्ट के बल्लेबाज के रूप में नदेखा जा रहा हो मगर वनडे में उनकी अहमियत अब भी है। क्रिकेट के विशेषज्ञों का मानना है कि शिखर धवन अगले साल होने वाले वनडे विश्वकप में भारतीय टीम का अहम हिस्सा होंगे। 2020 की शुरुआत से वेस्टइंडीज सीरीज के अंत तक धवन ने 22 वनडे मैच खेले हैं और इसमें 10 अर्धशतकों के साथ 975 रन बनाए हैं। इस अवधि में किसी भी भारतीय क्रिकेटर द्वारा वनडे में बनाया गए ये सर्वाधिक रन हैं।

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