Highlightsयुवराज सिंह ने कहा कि संन्यास के बाद उनके जीवन में पहले से कहीं ज्यादा सुकून हैंयुवराज सिंह ने 19 साल लंबे इंटरनेशनल करियर के बाद जून 2019 में संन्यास ले लिया था
युवराज सिंह को क्रिकेट से संन्यास लिए हुए 12 महीने से ज्यादा समय हो गया है। वह हालांकि टी20 और टी10 लीग में खेले हैं लेकिन जून 2019 के बाद से ज्यादातर क्रिकेट से दूर ही रहे हैं। टीम इंडिया के इस पूर्व ऑलराउंडर को संन्यास का कोई पछतावा नहीं है, बल्कि युवराज पहले से कहीं ज्यादा सुकून में हैं।
युवराज ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद गौरव कपूर से एक इंटरव्यू में कहा कि वह सालों बाद अब शांतिपूर्वक सो रहे हैं।
रिटायरमेंट के बाद चैन से सो पाता हूं: युवराज
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, युवराज ने कहा, 'जिस दिन मैं रिटायर हुआ, मैंने स्वतंत्र महसूस हुआ। वास्तव में ये एक भावुक पल था, मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता लेकिन मैंने आजाद महसूस किया। मैं सालों तक ठीक से नहीं सोया, मैंने ठीक से सोना शुरू कर दिया। अब मैं बहुत राहत महसूस करता हूं।'
युवी ने कहा, 'मैं ऐसे स्टेज में पहुंच गया था जहां मानसिक रूप से क्रिकेट मेरी मदद नहीं कर रहा था। मैं खुद को खींच रहा था, और सोच रहा था कि मैं कब रिटायर होऊं, क्या मुझे रिटायर होना चाहिए?'
युवराज ने कहा, 'जब आप अपनी जिंदगी में बहुत तेज गति से चल रहे होते हैं तो आप बहुत सी चीजों के बारे में अहसास नहीं करते और अचानक ही आपको लगता है कि क्या हो गया। मैं अलग वजहों से दो-तीन महीनों से घर पर बैठा हूं। मुझे लगता है कि आपको भी अहसास होता है कि आप अपने परिवार के साथ समय बिताने को कितना मिस करते हैं।
कभी-कभी खेल को मिस करता हूं: युवराज
2011 वर्ल्ड कप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट ने कहा कि वह कभी-कभी मैदान पर होने की बात को याद करते हैं लेकिन ये कभी भी वापसी की वजह नहीं बनता है क्योंकि उन्होंने जो हासिल किया है उससे संतुष्ट हैं।
युवराज ने कहा, 'मैं कई बार खेल को बहुत मिस करता हूं क्योंकि मैं इतने सालों तक खेला हूं। मुझे फैंस के ढेरों मैसेज मिलते हैं, मैं खुद को धन्य महसूस करता हूं। सबसे ज्यादा, खेल ने मुझे जो सम्मान दिया है, उस पर मुझे गर्व का अहसास होता है।'
युवराज कनाडा में हुई ग्लोबल लीग टी20 में नजर आए थे और इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने इसका लुत्फ उठाया।
युवी ने कहा, 'मैंने कनाडा में खेलने का बहुत लुत्फ उठाया। मुझे लगता है कि पंजाब के बारे में कनाडा से सीखा। मुझे लगा ही नहीं कि मैं पंजाब से दूर था।'