भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज, पूर्व कोच रमेश पवार और सीओए सदस्य डायना एडुल्जी के साथ विवाद को पीछे छोड़ चुकी हैं। मिताली ने मंगलवार (22 जनवरी) को कहा कि क्रिकेट ने उन्हें जीवन की प्रतिकूल परिस्थितियों से निकालने में मदद की है।
भारतीय महिला टीम उस समय विवादों के घेरे में आ गई थी, जब वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप से सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद मिताली ने पोवार पर पक्षपात का और एडुल्जी पर उसका कैरियर बर्बाद करने की साजिश करने का आरोप लगाया था।
मिताली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला से पहले कहा, ‘‘जो बीत गया, सो बीत गया। मैं आगे बढ चुकी हूं। क्रिकेट ने मुझे यह सिखाया है कि आप शतक बनायें या जीरो पर आउट हों, आगे बढने के लिए तैयार रहना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पेशेवर क्रिकेटर होने के नाते सभी को पता है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए क्या जरूरी है। हम यहां देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और एक ईकाई के रूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं।’’
भारतीय टीम गुरुवार को पहला वनडे खेलेगी। महिला टीम को तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं। मिताली ने कहा कि फोकस फिर क्रिकेट पर लाना जरूरी है और न्यूजीलैंड दौरा इसमें मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम पिछले चार पांच साल से साथ खेल रहे हैं लिहाजा अनुभव की कमी नहीं है। हमें हालात के अनुरूप जल्दी ढलना होगा। हम इसके लिये एक सप्ताह पहले आये हैं और अभ्यास मैच भी खेला है।’’ न्यूजीलैंड की कप्तान एमी सैटर्थवेट ने कहा कि वह टीम के संतुलन से खुश हैं।