पाकिस्तान से युद्ध वाले गंभीर के कमेंट पर ऐसा था शाहिद अफरीदी का रिएक्शन, वीडियो हुआ वायरल

पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए गंभीर ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ अब बातचीत मेज पर नहीं, बल्कि युद्ध के मैदान पर होनी चाहिए।

By सुमित राय | Published: February 18, 2019 10:32 AM2019-02-18T10:32:39+5:302019-02-18T10:35:08+5:30

How Shahid Afridi reacted on Gautam Gambhir's battleground tweet on Pulwama attack | पाकिस्तान से युद्ध वाले गंभीर के कमेंट पर ऐसा था शाहिद अफरीदी का रिएक्शन, वीडियो हुआ वायरल

अफरीदी ने सवाल को अनसुना कर दिया और बिना जवाब दिए अपनी कार में बैठ गए।

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Highlightsशाहिद से पूछा कि गंभीर के बयान के बारे में क्या कहेंगे तो उन्होंने पूछा, 'क्या हुआ उसको?'गंभीर ने कहा था पाकिस्तान से अब बातचीत मेज पर नहीं, बल्कि युद्ध के मैदान पर होनी चाहिए।जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएल के 40 जवान शहीद हो गए थे।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में शोक की लहर है और हर कोई शहीद जवानों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए आतंकियों के खिलाफ जबरदस्त गुस्से में हैं। भारतीय क्रिकेटर्स भी इससे अछूते नहीं हैं और सबने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ अब बातचीत मेज पर नहीं, बल्कि युद्ध के मैदान पर होनी चाहिए।

गौतम गंभीर के इस बयान के बारे में जब एक रिपोर्टर ने पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी से पूछा तो उन्होंने कुछ जवाब नहीं दिया। रिपोर्टर ने शाहिद से पूछा कि गौतम गंभीर के बयान के बारे में कुछ कहना चाहेंगे। तो अफरीदी ने पलट कर पूछा, 'क्या हुआ उसको?'

इसके बाद रिपोर्टर ने शाहिद अफरीदी से पूछा, 'शाहिद भाई गंभीर ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ अब जंग के मैदान में बातचीत होनी चाहिए। इस पर आप क्या कहेंगे। शाहिद अफरीदी ने सवाल को अनसुना कर दिया और बिना जवाब दिए अपनी कार में बैठ गए। अफरीदी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा था, 'हां, हम अलगाववादियों से बात करते हैं, पाकिस्तान से बात करते हैं। लेकिन इस बार बात टेबल पर नहीं युद्ध के मैदान पर होगी। हर बात की हद होती है।' इसके बाद गंभीर के इस बयान को सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर समर्थन किया। गंभीर ने कश्मीरी अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लेने की भी मांग की थी। केंद्र सरकार ने अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा छीन भी ली है।

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