अहमद शहजाद के लिए कैसे मुसीबत बना गलती से मां की दवा खाना, लगा डोपिंग में चार महीने का बैन

Ahmed Shehzad: अहमद शहजाद ने मई में गलती से अपनी मां को दी जाने वाली कैंसर की दवा खा ली थी जो उन पर चार महीने के बैन की वजह बना

By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 8, 2018 06:28 PM2018-10-08T18:28:58+5:302018-10-08T23:06:07+5:30

How Ahmed Shehzad Got banned due to consuming his mother's medicine by mistake | अहमद शहजाद के लिए कैसे मुसीबत बना गलती से मां की दवा खाना, लगा डोपिंग में चार महीने का बैन

अहमद शहजाद पर डोप टेस्ट में फेल होने पर लगा चार महीने का बैन

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लाहौर, 08 अक्टूबर: डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से चार महीने का बैन लगने के बाद पाकिस्तानी ओपनर अहमद शहजाद के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 3 मई को हुए जिस डोपिंग टेस्ट में उन्हें पॉजिटिव पाया गया उसकी वजह एक छोटी सी गलती थी जो शहजाद के लिए बड़ी मुश्किल बनकर सामने आई।

cricbuzz की रिपोर्ट के मुताबिक, पीसीबी द्वारा इस खिलाड़ी के डोपिंग केस के सोमवार को जारी निर्णय में कुछ चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इसमें कहा गया है कि जिस दिन अहमद शहजाद का डोप टेस्ट हुआ था उस दिन उन्होंने गलती से कैंसर पीड़ितों को दी जाने वाली दवा ड्रोनाबिनोल (Dronabinol) खा ली थी। 

इसकी वजह से ही उनके यूरिन सैंपल में वाडा और पीसीबी द्वारा प्रतिबंधित पदार्थ  टीएचसी (11-nor-Delta9-Tetra Hydro Cannabinol-9-Carboxylic acid) की मात्रा पाई गई थी और उन पर चार महीने का बैन लगा।

रिपोर्ट के मुताबिक 3 मई को अहमद शहजाद को पाकिस्तान कप में बलूचिस्तान के लिए मैच खेलना था। लेकिन जब वह सुबह उठे तो उन्हें चक्कर और उल्टी आने जैसा अहसास हो रहा था। उन्होंने अपनी पत्नी से दवा मांगी, लेकिन गलती से उन्होंने शहजाद को उनके द्वारा आमतौर पर ली जाने वाली दवा ग्रेविनेट (Gravinate) की जगह उनकी मां द्वारा ली जाने वाली कैंसर की दवा दे दी। 

शहजाद ने अपने इन दावों को साबित करने के लिए ड्रोनाबिनोल (Dronabinol) के जिक्र वाले अपनी मां के दवा के पर्चे और साथ ही उनके संबंधित मेडिकल रिकॉर्ड को भी उपलब्ध करवाया था। इसके अलावा उन्होंने टेस्टिंग के समय मौजूद रहे फिजियोथेरेपिस्ट और डोप कंट्रोल ऑफिसर के बयान, मुख्य कोच मिकी आर्थर, पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक और ऑलराउंडर शोएब मलिक से चरित्र प्रमाणपत्र भी दिलवाए।

शहजाद ने ये सारे लिखित बयान बोर्ड द्वारा उनको जारी डोपिंग के नोटिस पर 10 जुलाई को अपनी प्रतिक्रिया में दिया था। शुरू में शहजाद ने इन आरोपों को चुनौती देते हुए इन्हें एंटी-डोपिंग ट्राइब्यूनल को सौंपने की अपील की थी। लेकिन इसके बाद शहजाद ने एक संशोधित लिखित बयान में अपनी कही बातों के लिए पर्याप्त सबूत जुटाने के लिए और समय मांगते हुए एंटी-डोपिंग नीति के उल्लंघ की बात मानी और बोर्ड को 'गोपनीय और पूर्वाग्रह के बिना' जांच में आगे बढ़ने को कहा।

इस रिपोर्ट के मुताबिक पीसीबी को 8 जून को वाडा प्रमाणित भारत स्थित एंटी डोपिंग फैसिलिटी से शहजाद के ए-सैंपल के नमूने प्रतिकूल मिले थे। इसके बाद 12 जून को पीसीबी ने पाकिस्तान एंडी डोपिंग संगठन से इस मामले में एक स्वतंत्र बोर्ड के गठन का निवेदन किया। 

घर में हो रही इन घटनाओं के दौरान शहजाद ने 12 और 13 जून को स्कॉटलैंड में पाकिस्तान के लिए दो टी20 मैच खेले। लेकिन मीडिया में उनके डोप टेस्ट की रिपोर्ट लीक होने के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे के खिलाफ ट्राएंगुलर टी20 सीरीज से बाहर कर दिया गया। 

शहजाद के यूरिन सैंपल में THC की मौजूदगी की वजह कैंसर की दवा  ड्रोनाबिनोल (Dronabinol) को लेना थी, इसलिए इस रिपोर्ट में ये निष्कर्ष निकाल गया कि उनका 'उद्देश्य बेईमानी या अपने खेल प्रदर्शन में वृद्धि' करना नहीं था। इसलिए शहजाद को पिछली तारीख वाला बैन दिया गया जिसे 10 जुलाई से प्रभावी माना गया और जो 11 नवंबर को खत्म हो रहा है।

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