टीम इंडिया के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का जन्म 9 नवंबर 1999 को महाराष्ट्र के ठाणे में हुआ था। महज 18 साल (329 दिन) में पिछले महीने विंडीज के खिलाफ इंटरनेशनल करियर की शुरुआत करने वाले पृथ्वी छोटे से करियर में कई कमाल कर चुके हैं और साल 2018 उनके लिए काफी लकी साबित हुआ है और इस साल उन्होंने कई धमाल मचाए हैं।
1. अंडर-19 टीम को बनाया वर्ल्ड चैंपियन
इस साल न्यूजीलैंड में आयोजित हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया था। विश्व कप जीतने वाली अंडर-19 टीम की कमान पृथ्वी शॉ के हाथों मे थी और उन्होंने अपने देश को चैंपियन बनाया था।
2. आईपीएल में किया ये कमाल
अंडर-19 वर्ल्ड कप में धमाल मचाने के बाद पृथ्वी शॉ को दिल्ली डेयरडेविल्स ने नीलामी में 1.2 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। पृथ्वी ने यहां भी अपना जलवा दिखाया और शानदार बल्लेबाजी की। आईपीएल में पृथ्वी अपनी टीम को ज्यादा आगे नहीं ले जा पाए, लेकिन फिफ्टी जड़ने वाले संयुक्त रूप से सबसे युवा खिलाड़ी बने।
3. डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने वाले सबसे युवा
विंडीज के खिलाफ टेस्ट करियर शुरू करने वाले पृथ्वी शॉ ने डेब्यू टेस्ट में ही शतक जड़कर बड़ा कमाल कर दिया। डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने के साथ ही पृथ्वी सिर्फ 18 साल की उम्र में डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने वाले सबसे युवा क्रिकेटर बन गए। राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट में पृथ्वी ने विंडीज के खिलाफ पहली पारी में 154 गेंदों में 134 रनों की पारी खेली थी।
4. ऐसा करने वाले तीसरे खिलाड़ी
क्रिकेट इतिहास में पृथ्वी शॉ दुनिया के ऐसे तीसरे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने प्रथम श्रेणी और टेस्ट के डेब्यू मैचों में शतक जड़ा हो। सबसे पहले यह उपलब्धि भारत के ही गुंडप्पा विश्वनाथ ने 1969 में अपने नाम दर्ज की थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के डिर्क वेल्हम ने 1980-81 में यह कारनामा अपने नाम किया और अब पृथ्वी साव ऐसा करने वाले तीसरे क्रिकेटर बन गए हैं।
5. डेब्यू में बनाया शतकों का रिकॉर्ड
पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और टेस्ट क्रिकेट के डेब्यू मैच में शतक लगा चुके हैं। वह 17 साल की उम्र में सचिन का रिकॉर्ड तोड़ते हुए दलीप ट्रॉफी फाइनल में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने थे।
546 रनों की पारी खेलकर चर्चा में आए थे पृथ्वी
पृथ्वी शॉ का नाम तब सुर्खियों में आया जब उन्होंने 2013 में अंडर-16 स्कूल टूर्नामेंट में अपने स्कूल रिजवी स्प्रिंगफील्ड के लिए 300 गेंदों में 546 रन ठोक दिए थे। बाद में मुंबई के ही प्रणव धनावड़े ने 1009 रन की पारी खेलते हुए ये रिकॉर्ड तोड़ा। लेकिन शॉ का स्कोर दुनिया में किसी भी उम्र की और किसी भी तरह की क्रिकेट में बनाया गया चौथा सबसे बड़ा स्कोर है।