Highlightsकुलदीप यादव जब 13 साल के थे तो अंडर-15 टीम में चयन नहीं होने के कारण उनके मन में आत्महत्या के विचार आते थे।कुलदीप यादव ने आईपीएल में केकेआर के लिए कई सालों तक शानदार प्रदर्शन किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुलदीप यादव टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं।
भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव आज अपना 26वां जन्मदिन मना रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से भारतीय टीम में पहुंचने का सफर कुलदीप यादव का संघर्मों से भरा रहा है। एक इंटरव्यू के दौरान कुलदीप यादव के दोस्त ने बताया था कि जब कुलदीप बच्चे थे, तब वे लखनऊ के बोर्डिंग स्कूल में पढ़ते थे। एक बार जब वे गर्मी की छुट्टियों में घर आए तो थोड़े गोल-मटोल से दिख रहे थे।
कुलदीप यादव की हालत को देखकर उनके चाचा जी ने यह सोचा कि गर्मी के दिनों में क्रिकेट के मैदान में दौड़-भाग करेगा तो इसका वजन थोड़ा कम हो जाएगा, इसलिए इन्हें लेकर ग्राउंड पर आ गए और इस तरह इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सफ़र की शुरुआत हुई। एक वक्त तो कुलदीप के पास क्रिकेट खेलने के लिए अच्छे जूतों की जरूरत थी, लेकिन उनके पास एक जोड़ी जूते खरीदने तक के पैसे नहीं होते थे।
कुलदीप बचपन से ही तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कुलदीप के करियर में एक ऐसा मोड़ भी आया जब वह अपनी जिंदगी खत्म कर देना चाहते थे। उत्तर प्रदेश की अंडर-15 टीम में अपनी जगह नहीं बना पाने की वजह से कुलदीप यादव इतने दुखी हो गए थे कि उन्होंने सुसाइड का मन बना लिया था। कुलदीप इस निराशा की गहराई से निकल नहीं पा रहे थे।
हालांकि, कुछ दिनों बाद उनकी मेहनत रंग लाई और घरेलू क्रिकेट के साथ-साथ आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ मिली सफलता के चलते जल्द ही कुलदीप की टीम इंडिया में एंट्री हो गई। साल 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ विशाखापट्टनमें हुए वनडे मैच में कुलदीप ने हैट्रिक लिया। इसके साथ ही वह वनडे में दो हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए। कुलदीप यादव इस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के लिए अहम गेंदबाज साबित हो सकते हैं।