9 साल पहले भज्जी ने बैटिंग में बनाया था ऐसा रिकॉर्ड जो अब तक कोई नहीं तोड़ पाया, जानें टर्बनेटर की10 खास बातें

भारतीय क्रिकेट में 'टर्बनेटर' के नाम से मशहूर हरभजन सिंह जन्म पंजाब के जालंधर में 3 जुलाई 1980 को हुआ था और वो 39 साल के हो गए है।

By सुमित राय | Published: July 3, 2019 08:29 AM2019-07-03T08:29:46+5:302019-07-03T08:29:46+5:30

Happy Birthday Harbhajan Singh: 10 interesting facts of Turbanator of Tean India Harbhajan Singh | 9 साल पहले भज्जी ने बैटिंग में बनाया था ऐसा रिकॉर्ड जो अब तक कोई नहीं तोड़ पाया, जानें टर्बनेटर की10 खास बातें

9 साल पहले भज्जी ने बैटिंग में बनाया था ऐसा रिकॉर्ड जो अब तक कोई नहीं तोड़ पाया

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Highlightsहरभजन सिंह जन्म पंजाब के जालंधर में 3 जुलाई 1980 को हुआ था।भज्जी ने 9 साल पहले बैटिंग में ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जो अब तक नहीं टूटा।हरभजन ने अपनी गेंदबाजी के दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान किया है।

भारतीय क्रिकेट में 'टर्बनेटर' के नाम से मशहूर हरभजन सिंह जन्म पंजाब के जालंधर में 3 जुलाई 1980 को हुआ था और वो 39 साल के हो गए है। अपनी गेंदबाजी के दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले हरभजन सिंह ने 9 साल पहले बल्लेबाजी में ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जो अब तक कोई कोई खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया।

हरभजन से जुड़ी 10 दिलचस्प बातें -

हरभजन सिंह ने साल 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में आठवें नंबर पर बैटिंग करते हुए लगातार दो टेस्ट मैचों में सेचुरी लगाई थी, जो एक रिकॉर्ड है। हरभजन सिंह के नाम 103 मैचों में दो शतक दर्ज हैं।

2. साल 2003 में अर्जुन अवॉर्ड और फिर 2009 में पद्म श्री अवॉर्ड से नवाजे जा चुके हरभजन तीसरे भारतीय गेंदबाज हैं जिनके नाम 400 से ज्यादा विकेट हैं।

3. हरभजन सिंह के नाम टेस्ट में 417 विकेट लिए हैं और भारत की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं। टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट अनिल कुंबले के नाम हैं। उन्होंने 132 मैचों में 619 विकेट झटके हैं। इसके बाद कपिलदेव का नंबर है, जिन्होंने 434 विकेट लिए हैं।

4. साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद पंजाब सरकार ने उन्हें डेप्युटी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस बनाने का ऑफर दिया था। हालांकि, तब हरभजन ने उस ऑफर पर कोई जवाब नहीं दिया था। इस ऑफर के करीब 11 साल बाद हरभजन ने आधिकारिक तौर पर पंजाब पुलिस के एसएसपी की कुर्सी संभाली।

5. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में टेस्ट सीरीज में हरभजन सिंह ने कुल 32 विकेट निकाले। इस सीरीज में वह बतौर भारतीय किसी टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बने। हरभजन का उस सीरीज में प्रदर्शन कैसा था, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि टीम इंडिया का कोई और गेंदबाज मैच में तीन विकेट से ज्यादा नहीं हासिल कर सका। 

6. हरभजन सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह पहले बल्लेबाज बनना चाहते थे। उनके पहले कोच चरणजीत सिंह भुल्लर ने उन्हें बैटिंग की ही ट्रेनिंग दी थी। हालांकि, बाद में वह स्पिन गेंदबाज के तौर पर उभरने लगे।

7. हरभजन सिंह को क्रिकेट में लाने का श्रेय उनके पिता को जाता है, जिन्होंने भज्जी को काफी सपोर्ट किया था। उनके पिता का निधन 2000 में हो गया। उस समय तक हरभजन टीम इंडिया में एंट्री ले चुके थे।

8. हरभजन ने 1998 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, लेकिन कुंबले की मौजूदगी में उन्हें ज्यादा मौका नहीं मिला। कुंबले के चोटिल होने के बाद भी दूसरे प्लेयर्स को मौका मिला, इससे भज्जी निराश हो गए थे। इसी बीच भज्जी के पिता का निधन हो गया और उनपर मां और 5 बहनों की जिम्मेदारी आ गई। टीम में वापसी नहीं होने के कारण वो क्रिकेट छोड़कर यूएस जाकर ट्रक ड्राइवर बनना तय कर चुके थे, ताकि वो अपना घर चला सकें। हालांकि, उनकी बहनों के सपोर्ट की वजह से उन्होंने फिर रणजी ट्रॉफी खेली जिसमें उन्होंने 28 विकेट झटके और पंजाब को जीत दिलाई थी।

9. हरभजन अपने करियर में विवादों में भी आए। इसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंकीगेट प्रकरण और फिर आईपीएल में एस. श्रीसंत को थप्पड़ मारने का मामला सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा।

10. हरभजन टीम इंडिया के कुछ उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिनके नाम दो वर्ल्ड कप हैं। वह 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और फिर 2011 में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के सदस्य हैं।

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