Highlights5 जुलाई को मनाई जा रही गुरु पूर्णिमा।सचिन तेंदुलकर ने किया 3 लोगों को याद।सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ करियर की शुरुआत की थी।
गुरु पूर्णिमा के मौके पर महानतम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने उन तीन लोगों को याद किया, जिनका उनके करियर में अहम योगदान रहा है। सचिन ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह उन तीन लोगों को शुक्रिया अदा करते नजर आ रहे हैं।
इस वीडियो में सचिन ने कहा, "मैं जब भी बल्ला पकड़ता हूं तो मैं उन तीन लोगों को याद करता हूं जिन्होंने मेरा करियर बनाने में मेरी मदद की।"
सचिन ने कहा, "एक चीज मैं जानता हूं कि जब भी मैं बल्लेबाजी करने गया तब मेरा भाई मेरे साथ मौजूद नहीं था, लेकिन वो मानसिक रूप से मौजूद जरूर था। इसलिए मैं जब भी बल्लेबाजी करने जाता था तो मैं जानता था कि मेरा भाई मेरे साथ है।"
उन्होंने कहा, "मैं आचरेकर सर के बारे में क्या कह सकता हूं। उन्होंने जितने घंटे मेरी बल्लेबाजी पर बिताए हैं, नोट्स बनाए हैं। चाहे वो मैच को लेकर हों या अभ्यास सत्र को लेकर। वह हमेशा से गलतियां नोट करते थे और उन चीजों को नोट करते थे जिनमें मुझे सुधार करना होता था।"
सचिन ने तीसरा नाम अपने पिता का लिया। उन्होंने कहा, "तीसरे इंसान मेरे पिता हैं, जिन्होंने मुझे बताया है कि कभी शॉर्टकट मत लेना। अपने आप को अच्छे से तैयार करो और सबसे अहम अपनी मान्यताओं का निरादर मत करो। मैं इन तीनों के बारे मे चाहे जितनी भी बात करूं कम ही है।"
पाकिस्तान के खिलाफ करियर की शुरुआत: सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर 1989 को अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी, जबकि भारत के लिए आखिरी मैच 14 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।
प्रदर्शन पर एक नजर: भारत की ओर से 463 वनडे खेलने वाले तेंदुलकर ने इस फॉर्मेट में 86.23 की स्ट्राइक के साथ 18,426 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 49 शतक समेत 96 अर्धशतक भी जमाए। वहीं बात अगर टेस्ट की करें तो 200 मैचों में इस खिलाड़ी ने 51 शतक और 68 अर्धशतक की मदद से 15,921 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में सचिन 2 हजार से ज्यादा चौके लगाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में 2058 चौके जड़े हैं।