Highlightsअगर आप उनका ओवरऑल रिकॉर्ड देखो तो उनके प्रदर्शन में काफी निरंतरता है: किवी टीम पर गंभीरन्यूजीलैंड को विश्व चैंपियन का तमगा मिलना चाहिए था लेकिन यह दुर्भाग्यशाली था: गंभीर
नई दिल्ली: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि पिछले साल के विश्व कप में न्यूजीलैंड के प्रदर्शन में सबसे अधिक निरंतरता थी और वे इंग्लैंड के साथ टूर्नामेंट का संयुक्त विजेता बनने के हकदार थे। लॉर्ड्स में खेले गए एतिहासिक फाइनल में न्यूजीलैंड को बाउंड्री गिनने के नियम के आधार पर मेजबान इंग्लैंड ने हराया था क्योंकि पहले नियमित ओवरों और फिर सुपर ओवर के बाद भी मैच टाई रहा था।
क्रिकेटर से राजनेता बने गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ पर कहा, ‘‘पिछली बार विश्व कप के संयुक्त विजेता होने चाहिए थे। न्यूजीलैंड को विश्व चैंपियन का तमगा मिलना चाहिए था लेकिन यह दुर्भाग्यशाली था।’’
पूर्व सलामी बल्लेबाज गंभीर का मानना है कि न्यूजीलैंड ने विश्व कप में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन उन्हें वह श्रेय नहीं मिला जिसके वे हकदार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप उनका ओवरऑल रिकॉर्ड देखो तो उनके प्रदर्शन में काफी निरंतरता है। पिछले दो विश्व कप में वे उपविजेता रहे और उनके प्रदर्शन में काफी निरंतरता है।’’
गंभीर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे जिन भी परिस्थितियों में खेले काफी प्रतिस्पर्धी रहे। हमने उन्हें पर्याप्त श्रेय नहीं दिया।’’
गौतम गंभीर ने हाल ही में स्टार स्पोर्ट्स के शो 'क्रिकेट कनेक्टेड’ में धोनी के आपा खोने की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि महाी को भी गुस्सा आता है। हालांकि गंभीर ने माना कि धोनी अपनी पीढ़ी के बाकी भारतीय कप्तानों की तुलना में कहीं ज्यादा कूल हैं।
गंभीर ने कहा, 'लोग कहते हैं कि उन्होंने कभी धोनी को आपा खोते नहीं देखा लेकिन मैं कुछेक बार देखा है। ये 2007 वर्ल्ड कप के दौरान था और बाकी वर्ल्ड कप में जब हमने अच्छा नहीं किया। वह इंसान हैं और भी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। ऐसा करना बिल्कुल उचित है। यहां तक कि सीएसके भी जब किसी ने मिसफील्ड किया हो या कैच छोड़ा हो। हां, वह कूल हैं, वह बाकी कप्तानों से ज्यादा कूल हैं। निश्चित तौर पर मुझसे ज्यादा शांत।'