'मैं जीवनभर नहीं खेलूंगा, युवाओं को ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट के बारे में बताना चाहूंगा'

भारतीय टीम दो जून को साढ़े तीन महीने के ब्रिटिश दौरे के लिये रवाना होगी जहां वह कुछ छह टेस्ट मैच खेलेगी। इनमें न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से शुरू होने वाला विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी शामिल है।

By भाषा | Published: May 16, 2021 08:25 PM2021-05-16T20:25:18+5:302021-05-16T21:11:21+5:30

For good performance in England, it will be enough to repeat the form of the last six months: Shami | 'मैं जीवनभर नहीं खेलूंगा, युवाओं को ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट के बारे में बताना चाहूंगा'

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी। (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

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Highlightsचार अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगा।मोहम्मद शमी ने कहा कि इंग्लैंड दौरे से पहले हमारा मनोबल बढ़ा हुआ है।

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने निलंबित इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान अपनी लय हासिल कर ली है और उन्हें लगता है कि टीम यदि पिछले छह महीने के शानदार प्रदर्शन को दोहराने में कामयाब रहती है तो ब्रिटिश दौरा भी उसके लिये सफल होगा। विश्व भर के देश जब कोविड-19 महामारी से जूझ रहे हैं तब शमी ने कहा कि ऐसे समय में बहुत अधिक योजनाएं बनाने का कोई फायदा नहीं है।

इस तेज गेंदबाज ने ‘गल्फ न्यूज’ से कहा, ‘‘देखिये बहुत अधिक योजनाएं बनाने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि कुछ चीजें हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। किसने सोचा था कि यह महामारी हमारी जिदंगी के दो साल बर्बाद कर देगी। इसलिए मैं एक समय में एक श्रृंखला या एक टूर्नामेंट पर ध्यान दे रहा हूं। ’’उन्होंने कहा, ‘‘हमने टीम के रूप में हाल में बेजोड़ क्रिकेट खेली है और निश्चित तौर पर इंग्लैंड दौरे से पहले हमारा मनोबल बढ़ा हुआ है।’’

अब तक 50 टेस्ट मैचों में 180 विकेट लेने वाले शमी ने कहा, ‘‘यदि हम पिछले छह महीने की फार्म को दोहराने में सफल रहते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि यह दौरा हमारे लिये शानदार होगा। ’’आस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड टेस्ट में कलाई में चोट लगने के कारण लगातार सात टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाने वाले शमी जानते हैं कि वह हमेशा नहीं खेल सकते हैं और यही कारण है कि युवा पीढ़ी को गुर सिखाना चाहते हैं।

शमी ने कहा, ‘‘ऐसा स्वत: ही होता है। इतने वर्षों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में होने के बाद मैं युवाओं को गुर सिखाना पसंद करूंगा। मैं हमेशा नहीं खेलता रहूंगा इसलिए यदि मैं युवाओं को गुर सिखाता हूं तो यह अच्छा होगा। ’’शमी ने अपनी गेंदबाजी के बारे में कहा, ‘‘मेरा रवैया कैसा होगा इसको लेकर मैं बहुत अधिक नहीं सोचता। मैंने आईपीएल में अपनी लय हासिल कर ली थी और बाकी चीजें परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं।
 

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