Highlightsपुलिस हिरासत में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत।फ्लॉयड की मौत पर अमेरिका में प्रदर्शन जारी।डोडा गणेश बोले- मैं भी हुआ नस्लभेद का शिकार।
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज डोडा गणेश अभिनव मुकुंद की एक पुरानी पोस्ट शेयर करते हुए खुलासा किया है कि खुद उन्हें भी क्रिकेट मैदान पर नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था। डोडा गणेश का ये बयान उस वक्त आया है जब पुलिस हिरासत में मारे गए अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के खिलाफ पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन जारी है।
भारतीय बल्लेबाज अभिनव मुकुंद ने अगस्त 2017 को ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए लिखा था, "मैं अपनी त्वचा के रंग को लेकर बरसों से अपमान झेलते हुए आया हूं। गोरा रंग ही लवली या हैंडसम नहीं होता।"
उन्होंने आगे लिखा था, "जो भी आपका रंग है, उससे सहज रहकर काम करें। बचपन से ही त्वचा के रंग को लेकर लोगों का रवैया हैरानी का सबब रहा।जो क्रिकेट देखता है, वह समझता होगा। चिलचिलाती धूप में खेलने का कोई मलाल नहीं है कि रंग कम हो गया है। मैं वो कर रहा हूं,जिससे मुझे प्यार है।"
गणेश ने इसे शेयर करते हुए लिखा, "अभिनव मुकुंद की कहानी ने मुझे उन नस्लीय टिप्पणियों की याद दिला दी, जिनका मैंने मेरे खेल के दिनों में सामना किया था। सिर्फ एक भारतीय दिग्गज इसका गवाह था। इसने मुझे मजबूत बनाया और भारत और कर्नाटक की तरफ से 100 मैच खेलने से नहीं रोक पाया।"
अमेरिका में अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद हो विरोध प्रदर्शन जारी है। फ्लॉयड की मौत पिछले सप्ताह मिनीपोलिस में हो गई थी। एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने अपने घुटने से उनकी गर्दन को दबाए रखा था जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत हुई और उनकी मौत हो गई। फ्लॉयड की मौत के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
फ्लॉयड का जन्म उत्तरी कैरोलाइना में हुआ था और वह ह्यूस्टन में पले-बढे़ थे और यहीं पर वह जैक ये्टस हाई स्कूल के लोकप्रिय एथलिट थे। इसके बाद वह 2014 में मिनीपोलिस चले गए लेकिन उनकी दो बेटियों समेत उनका परिवार अभी भी यहीं ह्यूस्टन में रह रहा है।