इडुल्जी और रंगास्वामी ने महिला टीम की सहयोगी स्टाफ की 'असंवैधानिक' नियुक्ति पर उठाए सवाल, कहा- पुरुष टीम के साथ भी क्या आप ऐसा ही करोगे?

हेमलता काला की अगुवाई वाले महिला चयन पैनल ने एक दिन पहले सीईओ को लिखकर दावा किया कि उन्हें सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति प्रक्रिया से दूर रखा गया था।

By भाषा | Published: October 18, 2019 04:15 PM2019-10-18T16:15:38+5:302019-10-18T16:15:38+5:30

Diana Edulji, Shantha Rangaswamy question BCCI’s ‘unconstitutional’ women’s support staff appointment | इडुल्जी और रंगास्वामी ने महिला टीम की सहयोगी स्टाफ की 'असंवैधानिक' नियुक्ति पर उठाए सवाल, कहा- पुरुष टीम के साथ भी क्या आप ऐसा ही करोगे?

इडुल्जी और रंगास्वामी ने महिला टीम की सहयोगी स्टाफ की 'असंवैधानिक' नियुक्ति पर उठाए सवाल, कहा- पुरुष टीम के साथ भी क्या आप ऐसा ही करोगे?

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Highlightsडायना इडुल्जी और शांता रंगास्वामी ने सीईओ राहुल जौहरी को पत्र लिखकर नियुक्ति पर सवाल उठाया हैं।इडुल्जी और रंगास्वामी ने राष्ट्रीय महिला टीम के साथ इस तरह के रवैये की आलोचना की।

नई दिल्ली, 18 अक्टूबर। सीओए सदस्य डायना इडुल्जी और बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की नई सदस्य शांता रंगास्वामी ने शुक्रवार को बोर्ड के सीईओ राहुल जौहरी को पत्र लिखकर महिला राष्ट्रीय टीम के लिए सहयोगी स्टाफ की ‘असंवैधानिक’ नियुक्ति पर सवाल उठाए। जीएम (क्रिकेट परिचालन) सबा करीम महिला क्रिकेट का कार्यभार संभालते हैं। इन नियुक्तियों के लिये वह संदेह के घेरे में हैं।

हेमलता काला की अगुवाई वाले महिला चयन पैनल ने एक दिन पहले सीईओ को लिखकर दावा किया कि उन्हें सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति प्रक्रिया से दूर रखा गया था। इसके एक दिन बाद पूर्व भारतीय कप्तान इडुल्जी और रंगास्वामी ने राष्ट्रीय महिला टीम के साथ इस तरह के रवैये की आलोचना की। बीसीसीआई संविधान के अनुसार चयनकर्ता ही पुरूष और महिला राष्ट्रीय टीम के सहयोगी स्टाफ की नियुक्त करते हैं। हाल में पुरूष टीम के सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति के लिये इस प्रक्रिया का पालन किया गया था।

इडुल्जी ने पत्र में लिखा, ‘‘मैं महिला चयनकर्ताओं द्वारा आपको लिखे गये ईमेल में लिखी बातें पढ़कर हैरान हूं कि वीडियो विश्लेषक के चयन के लिये गलत प्रक्रिया का पालन किया गया।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘यह और भी चिंता की बात है कि पुष्कर सावंत वेस्टइंडीज के लिये फ्लाइट भी बुक करा चुके है जिन्हें सबा करीम और एनसीए इस पद पर चाहते थे। यह पूरी प्रक्रिया ही आंखों में धूल झोंकने वाली लगती है।’’

चयनकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्हें महिला टीम के गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच की नियुक्ति के लिये भी विश्वास में नहीं लिया गया था। उन्हें सिर्फ वीडियो विश्लेषक की भूमिका के लिये साक्षात्कार कराने के लिये कहा गया जिसके लिये प्रक्रिया शुक्रवार को समाप्त हुई। इडुल्जी और रंगास्वामी ने दावा किया कि वीडियो विश्लेषक की भूमिका के लिये भी नियमों का उल्लघंन किया गया, हालांकि इस मामले में आवेदन मंगाये गये थे जबकि गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षक कोच के मामले में ऐसा नहीं था। एनसीए के गेंदबाजी कोच नरेंद्र हिरवानी और टी दिलीप टीम के साथ क्रमश: गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच के रूप में वेस्टइंडीज जायेंगे।

इडुल्जी ने कहा, ‘‘मुझे शांता रंगास्वामी से भी ईमेल मिला है जिन्हें बीसीसीआई की शीर्ष परिषद का संदस्य नामित किया गया है। इसे आपको और चयनकर्ताओं को भी भेजा गया है जिसमें उन्होंने बताया है कि ये चीजें जानबूझकर की गयी हैं ताकि शीर्ष पर बैठे लोग अपने व्यक्तियों को गलत तरीके से इन पदों पर बिठा लें। यह बहुत ही गंभीर आरोप है।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘यह राष्ट्रीय भारतीय टीम है जो यात्रा कर रही है और उनके साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। मुझे हैरानी है कि क्या आप पुरूष टीम के साथ भी ऐसा ही करोगे? ’’ इस पूरे विवाद का केंद्र सबा करीम हैं, जिनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह ईमेल सीईओ को लिखा गया है तो बेहतर यही होगा कि उनसे बात करो।’’

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