IPL 2020: हार के साथ ही चेन्नई की प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को तगड़ा झटका, मैच के बाद धोनी ने कह डाली ये बड़ी बात

हार के बाद धोनी काफी निराश दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि वह टीम की समस्याओं को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।

By अमित कुमार | Published: October 20, 2020 06:53 AM2020-10-20T06:53:22+5:302020-10-20T06:53:22+5:30

csk captain MS Dhoni comments after losing to Rajasthan Royals in IPL 2020 | IPL 2020: हार के साथ ही चेन्नई की प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को तगड़ा झटका, मैच के बाद धोनी ने कह डाली ये बड़ी बात

(फोटो सोर्स- ट्विटर)

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Highlightsचेन्नई पर आईपीएल में पहली बार प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाने का खतरा मंडरा रहा है।चेन्नई के दस मैचों में केवल छह अंक हैं।धोनी ने लगातार हार के बावजूद टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करने के बारे में भी अपनी बात रखी।

चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में लगातार सातवीं हार के बाद कहा कि उनकी टीम को परिणाम नहीं बल्कि प्रक्रिया पर गौर करने की जरूरत है। इसके लिये उसे आगे के मैचों में ठोस कदम उठाने होंगे। चेन्नई की टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पांच विकेट पर 125 रन ही बना पायी और सात विकेट से मैच हार गयी। 

चेन्नई के दस मैचों में केवल छह अंक हैं और उस पर आईपीएल में पहली बार प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाने का खतरा मंडरा रहा है। धोनी ने मैच के बाद कहा कि परिणाम हमेशा आपके अनुकूल नहीं होता है। हमें देखना होगा कि क्या प्रक्रिया गलत थी। परिणाम इस प्रक्रिया का नतीजा होता है। यही सच्चाई है कि अगर आप प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित रखते हो तो परिणाम को लेकर बेवजह का दबाव टीम पर नहीं पड़ता है। हम इससे निबटने का प्रयास कर रहे हैं।  

धोनी ने पहले नौ ओवरों में ही दीपक चाहर (18 रन देकर दो) और जोश हेजलवुड (19 रन देकर एक) का कोटा पूरा करवा दिया था। उन्होंने कहा कि पहली पारी की तरह स्पिनरों को दूसरी पारी में अधिक मदद नहीं मिल रही थी। धोनी ने कहा कि तेज गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिल रही थी। इसलिए मैंने यह देखने के लिये कि गेंद कितना रुककर बल्ले पर आ रही बीच में एक ओवर (रविंद्र) जडेजा को दिया। यह पहली पारी की तरह नहीं था इसलिए मैंने तेज गेंदबाजों से अधिक ओवर करवाये। मुझे नहीं लगता कि स्पिनरों को बहुत मदद मिल रही थी।  

धोनी ने लगातार हार के बावजूद टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करने के बारे में कहा कि आप बहुत अधिक बदलाव नहीं चाहते क्योंकि तीन-चार-पांच मैचों में आप किसी चीज को लेकर सुनिश्चित नहीं होते है। मैं टीम में असुरक्षा का भाव नहीं चाहता हूं। युवाओं को कम मौके देने के बारे में उन्होंने कहा कि यह सही है कि हमने इस बार (युवाओं को) उतने मौके नहीं दिये। ऐसा भी हो सकता है कि हमें अपने युवाओं में जुनून न दिखायी दिया हो। हम आगे उन्हें मौका दे सकते हैं और वे बिना किसी दबाव के खेल सकते हैं। (भाषा इनपुट के साथ) 

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