भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सीनियर तेज गेंदबाज शिखा पांडे ने स्वीकार किया कि टी20 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फील्डिंग ही नहीं बल्कि हर विभाग में उन्नीस साबित कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में भारत को 85 रन से हराया। पांडे ने आईसीसी की वेबसाइट पर लिखा ,‘‘ हम नर्वस नहीं थे। एक बार मैदान पर उतरने के बाद सहज हो जाते हैं।’’
उन्होंने कहा कि बेथ मूनी (नाबाद78) और एलिसा हीली (75) के कैच छोड़ना भारत को महंगा पड़ा। मूनी को राजेश्वरी गायकवाड़ और हीली को शेफाली वर्मा ने जीवनदान दिया।
पांडे ने कहा, ‘‘अगर बल्लेबाजों को इस तरह मौके दिये जाये तो वे दबाव बनायेंगे ही। इसका हमें खामियाजा भुगतना पड़ा। हमें तीनों विभाग में अच्छा प्रदर्शन करना चाहिये था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट का हिस्सा रहना सौभाग्य की बात रही लेकिन फाइनल में हारना निराशाजनक था। हमें हालांकि महान टेनिस खिलाड़ी बिली जे किंग से मिलने का मौका मिला जिन्होंने महिला खेलों के लिये इतना काम किया है। उन्होंने हमें कड़ी मेहनत करते रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हम बदकिस्मत रहे जो हार गए।’’