हितों का टकराव: BCCI ने राहुल द्रविड़ को 12 नवंबर को पेश होने को कहा, चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़ा है मामला

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘‘जैन ने बुधवार रात द्रविड़ को पत्र लिखकर उन्हें नयी दिल्ली में 12 नवंबर को सुनवाई के लिए पेश होने को कहा।

By भाषा | Published: October 31, 2019 12:17 PM2019-10-31T12:17:32+5:302019-10-31T12:17:32+5:30

Conflict of Interest: BCCI ethics officer asks Dravid to depose on November 12 | हितों का टकराव: BCCI ने राहुल द्रविड़ को 12 नवंबर को पेश होने को कहा, चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़ा है मामला

बीसीसीआई के संविधान के अनुसार, कोई भी व्यक्ति एक समय में एक से अधिक पद पर नहीं रह सकता। 

googleNewsNext
Highlightsद्रविड़ फिलहाल एनसीए में निदेशक हैं। इसके अलावा वह इंडिया सीमेंट्स समूह के उपाध्यक्ष भी हैं।इंडिया सीमेंट्स के पास आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स का स्वामित्व है।

बीसीसीआई के आचरण अधिकारी डीके जैन ने पूर्व दिग्गज भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ को उनके खिलाफ लगाए गए हितों के टकराव के मामले में ‘आगे की सुनवाई और स्पष्टीकरण’ के लिए उन्हें 12 नवंबर को दूसरी बार निजी तौर पर पेश होने को कहा है। भारत के पूर्व कप्तान 46 साल के द्रविड़ ने इससे पहले 26 सितंबर को मुंबई में निजी सुनवाई के दौरान अपना पक्ष रखा था।

एमपीसीए के आजीवन सदस्य संजय गुप्ता ने द्रविड़ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख के रूप में उनकी मौजूदा भूमिका और इंडिया सीमेंट्स का अधिकारी होने के कारण हितों के टकराव का आरोप लगाया था।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘‘जैन ने बुधवार रात द्रविड़ को पत्र लिखकर उन्हें नयी दिल्ली में 12 नवंबर को सुनवाई के लिए पेश होने को कहा। गुप्ता का पक्ष भी सुना जाएगा।’’

द्रविड़ फिलहाल एनसीए में निदेशक हैं। इसके अलावा वह इंडिया सीमेंट्स समूह के उपाध्यक्ष भी हैं। इंडिया सीमेंट्स के पास आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स का स्वामित्व है। एनसीए में भूमिका मिलने से पहले द्रविड़ भारत ए और अंडर 19 टीमों के मुख्य कोच भी रहे। एनसीए निदेशक के तौर पर वह इन दोनों टीमों की प्रगति पर नजर भी रखेंगे।

द्रविड़ पहले ही अपना पक्ष रख चुके हैं । अपने बचाव में उन्होंने कहा था कि उन्होंने इंडिया सीमेंट्स से अवैतनिक छुट्टी ली है और चेन्नई सुपरकिंग्स से उनका कोई लेना देना नहीं है। बीसीसीआई के संविधान के अनुसार, कोई भी व्यक्ति एक समय में एक से अधिक पद पर नहीं रह सकता। 

Open in app