नई दिल्ली, 15 मार्च: बांग्लादेश क्रिकेट टीम के प्रदर्शन विश्लेषक श्रीनिवास चंद्रशेखरन ने न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हेगले ओवल मैदान के करीब स्थित मस्जिद में हुए हमले के बारे में कहा कि खिलाड़ियों की योजना शुक्रवार की नमाज के बाद अभ्यास करने की थी। इस हमले में बांग्लादेशी खिलाड़ी बाल बाल बचे। टीम की बस इस घटना स्थल से कुछ मीटर दूर थी।
खिलाड़ियों ने गोली चलने की आवाज सुनी और कुछ क्षण बाद एक महिला को गिरते देखा। कुछ खिलाड़ी घायल महिला की मदद करना चाहते थे लेकिन तब उन्होंने मस्जिद से डरे हुए लोगों को बाहर निकलते देखा जिनमें से कुछ के खून निकल रहा था। भारत के चंद्रशेखरन भी इस बस में थे और उन्होंने क्राइस्टचर्च में टीम होटल से बताया, 'हम शुरू में कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सके। यह इतनी भयावह स्थिति थी, आपका दिमाग अचानक ही काम करना बंद कर देता है क्योंकि आप डर जाते हो। हम सभी के साथ ऐसा ही हुआ।'
कुछ बांग्लादेशी खिलाड़ी घायलों को बचाना चाहते थे: श्रीनिवास चंद्रशेखरन
मुंबई में बसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर चंद्रशेखरन बांग्लादेश टीम के साथ वीडिया विश्लेषक के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि शुरू में उन्होंने महसूस ही नहीं किया कि यह आंतकी हमला था। चंद्रशेखरन ने कहा, 'यह मस्जिद से कुछ मीटर दूर था और हमने गोलियों की आवाज सुनी। न तो खिलाड़ियों और न ही मुझे महसूस हुआ कि क्या हो रहा था। अचानक ही हमने देखा कि एक महिला सड़क पर गिर पड़ी। हमने सोचा कि यह चिकित्सीय आपात स्थिति थी और कुछ खिलाड़ी बस से उतरकर उस औरत की मदद करना चाहते थे।'
उन्होंने कहा, 'हालांकि, हमने महसूस किया कि यह उससे कहीं ज्यादा था। हमने देखा कि लोग जिंदगी बचाने के लिये भाग रहे थे और हर जगह खून था और अचानक ही हम सभी को बस के फर्श पर शांति से लेटने को कहा गया। मुझे नहीं पता कि हम बस के फर्श पर कितने मिनट तक लेटे रहे। जब तक हमें समझ आया, सब शांत हो गया और हमने वही किया जो हमसे कहा गया।'
आईपीएल फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के साथ काम कर चुके चंद्रशेखरन 2018 में बांग्लादेशी टीम से जुड़े थे। उन्होंने कहा, 'लाजमी है कि सभी खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ सदमे में हैं।'