क्रिकेट का विवादों का नाता पुराना है और दोनों साथ-साथ चलते हैं। बिग बैश लीग (बीबीएल) में भी ऐसे ही कई विवादित वाकये देखने को मिल रहे हैं। रविवार को सिडनी सिक्सर्स और पर्थ स्कॉर्चर्स के बीच खेले गए मैच में बल्लेबाज माइकल क्लिंगर के आउट होने पर विवाद खड़ा हो गया।
क्लिंगर का विकेट इसलिए विवादों में फंस गया, क्योंकि गेंदबाज ने उन्हें ओवर की सातवीं गेंद पर आउट किया। गेंदबाज ने उस ओवर में बिना किसी वाइड या नो के छह गेंद पहले ही फेंक चुका था और क्लिंगर जिस पर आउट हुए वो सातवीं गेंद थी।
हैरान करने वाली बात ये रही कि गेंदबाज की इस चालाकी को ना अंपायर पकड़ पाए और ना ही किसी भी मैच अधिकारी का ध्यान गया। क्लिंगर के आउट होने के बाद रीप्ले में साफ देखा जा सकता था कि क्लिंगर ओवर की सातवीं गेंद पर आउट हुए जो कि खेल के खिलाफ था क्योंकि क्रिकेट में सिर्फ 6 गेंद का ओवर होता है।
दरअसल, सिडनी सिक्सर्स और पर्थ स्कॉर्चर्स के बीच खेले गए मैच में सिडनी की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवरों में 5 विकेट गंवाकर 177 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसके बाद जब पर्थ स्कॉर्चर्स की तरफ से माइकल क्लिंगर और कैमरन बैंक्रॉफ्ट ने पारी की शुरुआत की।
पारी के दूसरे ओवर में पर्थ स्कॉर्चर्स को पहला झटका उस समय लगा जब दूसरे ओवर में सिडनी सिक्सर्स के गेंदबाज बेन वारशुईस की गेंद पर माइकल क्लिंगर ने स्टीव ओकीफ को कैच थमा दिया। क्लिंगर जिस गेंद पर आउट हुए वो ओवर की सातवीं गेंद थी और क्रिकेट के नियमों के अनुसार एक ओवर में सिर्फ 6 गेंद होती हैं 7 नहीं।
इस वाकये के बाद कमेंटेटर पूरी तरह से हैरान नजर आ रहे थे। कमेंटेटर इस बात को समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर मैदान पर मौजूद अंपायर इतनी बड़ी भूल कैसे कर सकते हैं।
हालांकि इस वाकये के बावजूद पर्थ स्कॉर्चर्स ने कैमरन बैंक्रॉफ्ट की 61 गेंदों में नाबाद 87, एशटन टर्नर की 30 गेंदों में 60 रनों की पारी की बदौलत सिडनी सिक्सर्स को हराकर यह मुकाला 7 विकेट से अपने नाम कर लिया।
विवाद पर पर्थ स्कॉर्चर्स के कोच एडम वोग्स ने कहा, 'ये सही नहीं था। जाहिर तौर पर गेंदों को गिनने का काम अंपायरों का होता है।' हालांकि क्लिंगर का ये विवादित आउट भी पर्थ को जीतने से रोक नहीं सका और पर्थ की टीम ने मुकाबले को आसानी से 7 विकेट से जीत लिया।