भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने जुलाई में हुए वर्ल्ड कप के बाद भारतीय खिलाड़ियों को फैमिली क्लॉज में छूट दी है। बोर्ड ने खिलाड़ियों को पूरे वेस्टइंडीज दौरे पर अपने परिवारों को साथ में रखने की इजाजत दी थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक शीर्ष बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'ये महसूस किया गया कि वर्ल्ड कप के दौरान खिलाड़ी बेहद तनावपूर्ण माहौल से गुजरे। इसके तुरंत बाद ही वेस्टइंडीज दौरा शुरू हो गया। इसलिए खिलाड़ियों को परिवारों को साथ रखने की इजाजत देना जरूरी था। वेस्टइंडीज दौरे के तुरंत बाद लंबा और व्यस्त घरेलू सीजन शुरू होगा और परिवारों के लिए देश के भीतर यात्रा करना मुश्किल होता है।'
BCCI ने पूरे वेस्टइंडीज दौरे पर दी थी परिवारों को रखने की इजाजत
बीसीसीआई ने इससे पहले प्रशासकों की समिति (सीओए), मुख्य कोच और कप्तान के साथ मिलकर विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवारों के एक सीमित अवधि तक ही साथ रहने का नियम बनाया था।
इस धारा के मुताबिक, किसी भी लंबे दौरे पर पहले 20 दिनों तक परिवारों को ले जाने की इजाजत नहीं होगी और वे इस दौरे के किसी 21 दिन ही टीम के साथ रह सकेंगे। हालांकि एक सीनियर भारतीय खिलाड़ी ने वर्ल्ड कप की शुरुआत में सीओए द्वारा निवेदन ठुकराए जाने के बावजूद इस नियम का उल्लंघन करते हुए पूरे टूर्नामेंट के दौरान अपने परिवार को साथ रखा।
वेस्टइंडीज दौरे पर ज्यादातर भारतीय खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार वाले नहीं थे। विराट कोहली इस पूरे दौरे के दौरान पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करते रहे।
इस अधिकारी ने कहा, 'ये प्रावधान हर खिलाड़ी के लिए था। वेस्टइंडीज में तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग टीमें खेल रही थीं। बहुत कम खिलाड़ी तीनों फॉर्मेट में खेले और विराट कोहली उनमें से एक थे। विराट एक प्रोफेशनल व्यक्ति हैं। वह टीम के लिए बनाए गए नियमों को नहीं तोड़ते हैं। और उनकी पत्नी के इस ट्रिप पर अपने कार्यक्रम थे।'