Highlightsराहुल जौहरी ने सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद 27 दिसंबर को दिया था इस्तीफाराहुल जौहरी पर बोर्ड के कुछ गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक रूप से लीक करने का आरोप लगे थे
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी का इस्तीफा लंबे समय बाद गुरुवार को स्वीकार कर लिया गया। बोर्ड के आला अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है लेकिन एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इस्तीफा स्वीकार करने का फैसला किया गया है।
जौहरी ने 27 दिसंबर को इस्तीफा दिया था। यह पता नहीं चल सका है कि बोर्ड ने अचानक इस्तीफा स्वीकार करने का फैसला क्यों किया। जौहरी 2016 में बोर्ड से जुड़े थे और उनका करार 2021 तक था। सौरव गांगुली के बोर्ड अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था।
लीक हुए दो दस्तावेज बने राहुल जौहरी के इस्तीफे की वजह?
यह ठीक से पता नहीं चल सका कि बीसीसीआई ने अचानक उनके इस्तीफे को स्वीकार करने का फैसला क्यों किया। हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र में बोर्ड के कुछ वर्गीकृत दस्तावेजों के लीक होने को लेकर बोर्ड के अंदर जौहरी पर उंगलियां उठाई गई थीं।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जौहरी को लेकर बीसीसीआई के एक पूर्व पदाधिकारी ने कुछ सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "जब आधिकारिक दस्तावेजों से निपटने की बात आती है तो कम से कम कुछ पवित्रता होनी चाहिए। बीसीसीआई के गलियारों में आम धारणा यह है कि जौहरी ने उस पवित्रता को बरकार नहीं रखा है। अगर कोई भरोसा नहीं है, तो शीर्ष पर रहने वाले लोग उन पर यकीन कैसे कर सकते हैं।"
समझा जाता है कि मीडिया में दो विशिष्ट मेलों का लीक होना - क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख अर्ल एडिंग्स द्वारा वर्ल्ड टी20 के बारे में आईसीसी को किया मेल और एक कैग की प्रतिनिधि अलका रेहानी भारद्वाज द्वारा भेजा मेल- यही उनके पतन की वजह बना।