अयाज मेमन का कॉलम: इंग्लिश क्रिकेट के ट्वीट से आईपीएल की व्यापकता हुई प्रमाणित

आईपीएल की अहमियत इस बात से जाहिर होती है कि महामारी के बावजूद सभी देशों के खिलाडि़यों ने इसमें हिस्सा लिया। यहां तक कि स्टीव स्मिथ ने सत्र की बिग बैश में न खेलने का निर्णय लिया है।

By अयाज मेमन | Published: November 1, 2020 09:52 AM2020-11-01T09:52:26+5:302020-11-01T09:52:26+5:30

Ayaz Memon column English cricket tweet certifies IPL prevalence | अयाज मेमन का कॉलम: इंग्लिश क्रिकेट के ट्वीट से आईपीएल की व्यापकता हुई प्रमाणित

बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर। (फोटो सोर्स- ट्विटर)

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Highlights बीसीसीआई का मकसद आईपीएल का आयोजन कर धन कमाने का ही नहीं होना चाहिए। बोर्ड को इसे अधिक स्पर्धात्मक करने पर गौर करने की जरूरत है।

इंग्लिश क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को ट्विटर पर राजस्थान रॉयल्स के जोफ्रा आर्चर और बेन स्टोक्स की सराहना करने वाले ट्वीट किए। इनका फोटो भी प्रकाशित किया गया। इससे आईपीएल की व्यापकता प्रमाणित हुई है। इस पर पूर्व कप्तान केविन पीटरस ने रिट्वीट कर कहा है कि यदि यह सात-आठ वर्ष पहले हुआ होता तो मुझे ज्यादा खुशी हुई होती। 

उल्लेखनीय है कि केपी (केविन पीटरसन) ने एक दशक पूर्व आईपीएल की अहमियत स्वीकार की थी जिसके बाद उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। वह लीग में ज्यादा राशि पाने वाले विदेशी क्रिकेटर थे लेकिन उनकी प्रशंसा किसी ने नहीं की थी। उस समय चुनिंदा इंग्लिश क्रिकेटर आईपीएल का हिस्सा होते थे। वर्तमान सत्र में दस इंग्लिश खिलाड़ी हैं। 

इनमें इयोन मोर्गन, सैम करन, टॉम करन, जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टॉ, क्रिस जॉर्डन, मोइन अली, टॉम बैंटन, जोफ्रा आर्चर और बेन स्टोक्स का समावेश है। आखिरी वक्त पर वोक्स स्पर्धा से बाहर हुए, वर्ना इंग्लैंड का एक एकादश ही लीग में होता। सच कहा जाए तो आईपीएल कभी किसी देश के खिलाडि़यों पर निर्भर नहीं रहा। इसमें सभी देशों के खिलाडि़यों के खेलने की इच्छा रही। 

शुरुआत में तो पाकिस्तानी खिलाड़ी इसमें शामिल रहे। आईपीएल की अहमियत इस बात से जाहिर होती है कि महामारी के बावजूद सभी देशों के खिलाडि़यों ने इसमें हिस्सा लिया। यहां तक कि स्टीव स्मिथ ने सत्र की बिग बैश में न खेलने का निर्णय लिया है। इस सूची में वार्नर और पैट कमिंस भी शामिल हैं। आईपील से होने वाली कमाई और इसमें शिरकत कर रहे खिलाडि़यों की योग्यता अन्य किसी भी लीग से 'बीस' ही होती है। 

बीसीसीआई का मकसद आईपीएल का आयोजन कर धन कमाने का ही नहीं होना चाहिए। बोर्ड को इसे अधिक स्पर्धात्मक करने पर गौर करने की जरूरत है। इसके लिए टीमों की संख्या में इजाफा किया जा सकता है।

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