अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत की जीत से स्टार बनकर उभरे कमलेश नागरकोटी के लिए ये कामयाबी महज कुछ दिनों का जश्न साबित हुई। फरवरी 2018 में भारत की अंडर-19 वर्ल्ड कप में जोरदार जीत के बाद पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल और शिवम मावी के साथ कमलेश नागरकोटी का नाम भी खूब सुखियों में रहा था।
चोट की वजह से पिछले 14 महीनों से मैदान से दूर
नागरकोटी के दमदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें पिछले साल हुई आईपीएल नीलामी में कोलकाता नाइटराइडर्स ने 3.2 करोड़ रुपये की भारीभरकम कीमत में खरीदा था। लेकिन चोट की वजह से नागरकोटी का आईपीएल खेलने का सपना अब तक पूरा नहीं हो सकता है।
ये युवा तेज गेंदबाज चोट की वजह से पिछले 14 महीनों से क्रिकेट मैदान से दूर है और आईपीएल का पिछला सीजन ने खेल पाने के बाद नागरकोटी इस सीजन से भी बाहर हो गए थे।
कमलेश नागरकोटी अपनी चोट की वजह से निराश
नागरकोटी इस चोट की वजह से काफी निराश हैं और उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा है, '19 की उम्र में, मुझे तेजी से दौड़ लगानी और गेंदबाजी करनी चाहिए। लेकिन, मैं खेल नहीं रहा हूं, मैं पढ़ नही रहा हूं, चोट की वजह से बाहर हूं, घर से दूर, अकेले खुद से, फिट होने की कोशिश कर रहा हूं, जब मेरे दोस्त आईपीएल और इंडिया-ए के लिए खेल रहे हैं। ये मुश्किल रहा है, इसमें कोई संदेह नहीं है।'
नागरकोटी ने ये भी कहा कि अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने रिहैबिलिटेशन अवधि के दौरान काफी मदद की है। नागरकोटी ने कहा कि द्रविड़ ने उन्हें समझाया कि वह आईपीएल न खेल पाने के बारे में सोचना छोड़कर भारतीय टीम में जगह बनाने पर ध्यान दें।
नागरकोटी ने कहा, 'सर (द्रविड़) वहां इंडिया-ए सीरीज की मीटिंग के दौरान मौजूद थे और उन्होंने किसी से मेरे बारे में पूछा।'
उन्होंने मुझसे कहा, 'ये मत सोचो की आईपीएल के एक-दो सीजन नहीं खेलने से जिंदगी खत्म हो गई है, तुम्हें भारत के लिए खेलना है। तुम्हें इसके लिए मजबूत होना पड़ेगा।'
नागरकोटी अपने पीठ की चोट से निपटने के लिए लंदन भी जा चुके हैं और वर्तमान में नेशनल क्रिकेट ऐकैडमी में रिहैबिलिटेशन में हिस्सा
ले रहे हैं।