नई दिल्ली, 1 सितंबर:एशिया कप के लिए घोषित की गई 16 सदस्यीय टीम में चुने गये बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद ने भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज और अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ को अपना करियर निखारने के लिए धन्यवाद कहा है। साथ ही खलील ने ये भी कहा कि वे जहीर खान की अनुसरण करना चाहते हैं और अपने प्रदर्शन से भारत के लिए मैच जीतना चाहते हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार खलील ने कहा कि जब उन्हें बताया गया कि उन्हें यूएई में होने वाले टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में चुना गया है तो वे पहले भरोसा ही नहीं कर सके और नर्वस महसूस कर रहे थे।
खलील ने कहा, 'मैं अभी सही में कांप रहा हूं। मैं अब भी भरोसा नहीं कर पा रहा हूं कि मुझे टीम इंडिया के लिए चुना गया है। यह किसी सपने के सच होने जैसा है। मैं अच्छा कर रहा हूं और यही मेरा लक्ष्य भी है। जब भी कोई खिलाड़ी खेलना शुरू करता है तो वह अपने देश को प्रतिनिधित्व करना चाहता है। मैं इससे अलग नहीं हूं। हालांकि, मैं द्रविड़ सर को जरूर धन्यवाद कहना चाहता हूं जिन्होंने एक घबराने वाले खिलाड़ी से आत्मविश्वास से भरा हुआ गेंदबाज बना दिया।'
अपने करियर पर द्रविड़ के प्रभाव के बारे में खलील अहमद ने कहा, 'मैंने जब अंडर-19 में शुरुआत की थी तो शुरुआत में काफी घबराता था। साथ ही कई छोटी-छोटी गलतियां भी करता था। लेकिन उनके नेतृत्व में मुझे आत्मविश्वास मिला और अब मैं कह सकता हूं कि मेरे करियर के बढ़ने में उनका बड़ा हाथ है।'
खलील के अनुसार, 'द्रविड़ सर के साथ सबसे अच्छी बात ये है कि आप उनके पास जाकर अपनी बात रख सकते हैं। इसके बाद वे सर्वश्रेष्ठ तरीका बतायेंगे। मेरे करियर ने आज जो रूप लिया है इसमें उनका बड़ा हाथ है।'
खलील ने ये भी बताया कि जहीर खान उनके आदर्श हैं और वे भी उन्हीं की तरह प्रदर्शन करना चाहते हैं। खलील के अनुसार, 'मैं उन्हें देखते हुए बड़ा हुआ और अगर आप मुझसे पूछते हैं तो मैं कहूंगा कि मैं उन्हीं की तरह गेंदबाजी करना चाहूंगा। अगर मैं उनके उपलब्धियों के करीब पहुंचा तो ये मेरे लिए बड़ी बात होगी। लेकिन मैं अतिआत्मविश्वास में नहीं बढ़ना चाहता बल्कि धीरे-धीरे अपने करियर में आगे बढ़ना चाहूंगा।'
खलील अहमद ने ये भी बताया कि उन्हें बैटिंग पसंद है लेकिन अच्छे गेंदबाजों की कमी के कारण उन्होंने तेज गेंदबाज के तौर पर अपना करियर आगे बढ़ाना का फैसला किया। खलील ने कहा, 'मुझे बचपन में बैटिंग करना अच्छा लगता था। लेकिन जब मुझे महसूस हुआ कि 11 बल्लेबाज एक टीम में नहीं रह सकते, आपको गेंदबाजों की भी जरूरत होती है, फिर मैंने गेंदबाजी को अपना करियर बनाया। मैं लगातार आगे बढ़ने की कोशिश में हूं और लगातार मेहनत कर रहा हूं।'