Asia Cup: भारत ने बांग्लादेश को हरा 7वीं बार किया एशिया कप पर कब्जा, आखिरी गेंद पर हासिल किया 223 रन का लक्ष्‍य

भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर एशिया कप का खिताब सातवीं बार अपने नाम कर लिया।

By सुमित राय | Published: September 29, 2018 02:09 AM2018-09-29T02:09:42+5:302018-09-29T02:35:09+5:30

Asia Cup 2018, Ind vs Ban: India beat Bangladesh by 3 wicket to clinch Asia Cup trophy | Asia Cup: भारत ने बांग्लादेश को हरा 7वीं बार किया एशिया कप पर कब्जा, आखिरी गेंद पर हासिल किया 223 रन का लक्ष्‍य

भारत ने बांग्लादेश को एशिया कप के फाइनल में 3 विकेट से हराया।

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दुबई, 29 सितंबर। लिटन दास (121) की शतकीय पारी के बावजूद भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर एशिया कप का खिताब सातवीं बार अपने नाम कर लिया। भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश को शानदार शुरुआत के बाद भी 222 पर रोक दिया। इसके बाद भारतीय टीम ने 223 रनों के लक्ष्य को आखिरी गेंद पर सात विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। इससे पहले 2016 के एशिया कप में भी भारतीय टीम ने बांग्लादेश को हराकर एशिया कप का खिताब अपने नाम किया था। भारत ने इससे पहले 1984, 1988, 1990-91, 1995, 2010 और 2016 में एशिया कप का खिताब जीता था।

223 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन 15 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद अंबाती रायुडू सिर्फ 2 रन बनाकर मशरफे मुर्तजा के शिकार बने। इसके बाद रोहित शर्मा (48) ने दिनेश कार्तिक (37) के साथ पारी को संभाला। रोहित शर्मा काफी लय में नजर आ रहे थे, लेकिन रुबेल हुसैन ने उन्हें आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया।


भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा सर्वोच्च स्कोरर रहे, जिन्होंने अपनी पारी में 55 गेंदों का सामना किया और तीन चौकों के अलावा तीन छक्के लगाए। रोहित शर्मा के आउट होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने दिनेश कार्तिक के साथ मिलकर पारी को संभाला, लेकिन महमुदुल्लाह ने दिनेश कार्तिक को आउट कर दिया। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए केदार जाधव ने (नाबाद 23) ने अच्छे लय में बल्लेबाजी शुरू की, लेकिन दाएं पैर की मांसपेशियों में खिंचाव से परेशान रहे।

केदार जाधव की परेशानी के बीच दबाव में धोनी मुस्तफीजुर रहमान की गेंद पर विकेट के पीछे मुश्फिकुर रहीम को अपना कैच थमा बैठे। इसके बाद रवींद्र जडेजा (23) बल्लेबाजी करने आए। केदार जाधव को परेशानी के बीच वापस बुला लिया गया और सारी जिम्मेदारी जडेजा पर आ गई। जडेजा और भुवनेश्वर कुमार (21) ने पारी को संभाला, लेकिन 48वें और 49वें ओवर में आउट होकर पवेलियन लौट गए।

भुवनेश्वर के आउट होने के बाद केदार जाधव एक बार फिर ग्राउंड पर आए और अपनी टीम को जीत दिलाकर ही वापस लौटे। बांग्लादेश की ओर से मुस्तफीजुर रहमान और रुबेल हुसैन ने दो-दो विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा नजमुल इस्लाम, मशरफे मुर्तजा और महमुदुल्ला को एक-एक सफलता मिली।


इससे पहले कुलदीप और केदार की स्पिन जोड़ी ने लिटन दास के शतक के बावजूद बांग्लादेश को 222 रन पर समेट दिया था। दास ने 117 गेंद में 121 रन बनाकर बांग्लादेश को अच्छी शुरुआत दी, लेकिन बाद के बल्लेबाज लय कायम नहीं रख सके। दास और मेहदी हसन मिराज (32) ने पहले विकेट के लिए 120 रन जोड़े। ऐसा लगने लगा था कि बांग्लादेश बड़ा स्कोर बनाएगा, लेकिन इसके बाद 10 विकेट 102 रन के भीतर गिर गए और पूरी पारी 48.3 ओवर में सिमट गई।

चाइनामैन कुलदीप ने 45 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि केदार ने नौ ओवर में 41 रन देकर दो विकेट चटकाए। बांग्लादेशी टीम गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विकेट गंवाती गई। महेंद्र सिंह धोनी की कुशल स्टम्पिंग और रविंद्र जडेजा के चुस्त क्षेत्ररक्षण ने भी भारतीय टीम की मैच में वापसी कराई। 


मिराज को सलामी बल्लेबाज के तौर पर भेजना कप्तान मशरफे मुर्तजा का मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। मिराज ने दास के साझेदार की भूमिका बखूबी निभाकर टीम को अच्छी शुरुआत दी। दोनों ने जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार को चौके लगाए। युजवेंद्र चहल को आते ही मिडविकेट पर छक्का लगाया। भारत को पहली सफलता केदार ने 21वें ओवर में दिलाई जब मिराज उनकी गेंद पर कवर में अंबाती रायुडू को कैच दे बैठे।

इमरूल कायेस (दो) को चहल ने पगबाधा आउट किया। फॉर्म में चल रहे मुशफिकर रहीम (दो) ने केदार की गेंद पर डीप मिडविकेट में कैच थमाया। एक समय पर बिना किसी नुकसान के 120 रन से बांग्लादेश का स्कोर तीन विकेट पर 137 रन हो गया। मोहम्मद मिथुन (दो) आउट होने वाले अगले बल्लेबाज थे। जडेजा ने बेहतरीन क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश करते हुए उन्हें रन आउट किया। महमूदुल्लह ने कुलदीप की गेंद पर डीप मिडविकेट में बुमराह को कैच थमाया। दास ने अपनी पारी में 12 चौके और दो छक्के लगाये और वह स्टम्पिंग का शिकार हुए।

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