लंदन, 15 सितंबर: ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने स्वीकार किया कि पांचवें एशेज टेस्ट में दो बार डीआरएस (अंपायरों की समीक्षा प्रणाली) का इस्तेमाल नहीं करना निराशाजनक है क्योंकि दोनों से ही उन्हें विकेट मिल सकते थे।
इंग्लैंड की टीम सीरीज 2-2 से बराबर करने की कोशिश में हैं और अंतिम टेस्ट में382 रन की बढ़त बनाकर नियंत्रण बना ली है जबकि दो दिन बाकी हैं और उसके दूसरी पारी में दो विकेट भी बचे हैं।
टिम पेन को दो डीआरएस न लेने का हुआ नुकसान
शनिवार को मैच के तीसरे दिन ओवल में पेन की गलतफहमी के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम को नुकसान ही हुआ। जो डेनली जब 54 रन पर थे, तब वह मिशेल मार्श की गेंद पर पगबाधा आउट होते लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने नॉट आउट के फैसले की समीक्षा नहीं करने का विकल्प चुना और उन्होंने 94 रन बनाये।
बाद में कप्तान और विकेटकीपर पेन ने जोस बटलर पगबाधा की अपील पर नॉट आउट के फैसले की समीक्षा नहीं कराने का फैसला किया जबकि रिप्ले में दिख रहा था कि नाथन लायोन की गेंद पर स्टंप हिट करती। बटलर तब 19 रन पर थे और उन्होंने 47 रन बनाये।
पेन ने कहा, ‘‘मैं फैसला नहीं कर पाया। पता नहीं और क्या कहूं। हमारे लिये यह दुस्वप्न की तरह था। हमने गलत निर्णय लिये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह मुश्किल काम है, मैंने पूरी श्रृंखला के दौरान यही कहा है।’’