मुंबई सीनियर चयन समिति के सभी सदस्यों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इन चयनकर्ताओं ने मुंबईक्रिकेट असोसिएशन (एमसीए) की तदर्थ समिति की शुक्रवार को होने वाली बैठक से कुछ घंटे पहले इस्तीफा दिया।
इस चयनसमिति के अध्यक्ष पूर्व भारतीय पेसर अजित अगरकर थे, जिसमें भारतीय स्पिनर नीलेश कुलकर्णी, सुनील मोरे और रवि ठक्कर भी शामिल थे।
एमसीए ने पास किया था चयनकर्ताओं को हटाने का प्रस्ताव
एमसीए सूत्रों के मुताबिक, सभी चारों चयनकर्ताओं ने अपने इस्तीफे शुक्रवार दोपहर में भेजे। संयोग से चयनकर्ताओं ने घरेलू सीजन खत्म होने के एक दिन बाद ही इस्तीफा दे दिया। सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी गुरुवार रात को इंदौर में खत्म हुई थी।
एमसीए के सदस्यों की विशेष आम सभा बैठक के बाद चयनकर्ताओं को बर्खास्त किए जाने की खबर के बाद से वे दबाव में थे। इसके बाद ये मामला क्रिकेट सुधार समिति के पास आया, जिसने चयनकर्ताओं का पक्ष लिया।
माना जा रहा है कि वर्तमान तदर्थ समिति ने बैठक से पहले इस मामले में कानूनी सलाह ली थी। अगरकर के नेतृत्व वाली चयन समिति को इस बात का संकेत मिल गया था कि इस मामले पर ही चर्चा की जानी है, और जिस तरह से ये पूरा मामला हुआ, वह निराशाजनक है, इसी के बाद इन चारों ने इस्तीफा देने का फैसला किया।
अगरकर के नेतृत्व वाली चयन समिति ने उठाए थे कड़े कदम
पिछले दो सीजन में मुंबई की टीम सिर्फ एक ही ट्रॉफी विजय हजारे जीत सकती है, जिस पर उसने 12 साल बाद कब्जा जमाया था। भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखते हुए अजित अगरकर के नेतृत्व वाली चयन समिति ने कुछ कड़े फैसले लिए थे, जिनमें मैदान में लगातार निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले सीनियर क्रिकेटरों को बाहर करने का फैसला भी शामिल था।
हालांकि, एमसीए के कुछ सदस्यों ने उनके इस कड़े फैसलों को सही नहीं माना और चयनकर्ताओं पर पर्याप्त स्थानीय मैच नहीं देखने का आरोप लगाया। इसी की वजह से उन्हें हटाने का प्रस्ताव पास हुआ।