थोक मुद्रास्फीति अक्टूबर में गिरकर 0.16 प्रतिशत पर पहुंची, 40 महीनों में ये सबसे कम
By विनीत कुमार | Published: November 14, 2019 01:00 PM2019-11-14T13:00:37+5:302019-11-14T13:08:15+5:30
थोक मुद्रास्फीति अक्टूबर महीने में गिरकर 0.16 प्रतिशत पर आ गई। सितंबर में यह 0.33 प्रतिशत थी। पिछले 40 महीनों में ये सबसे कम है। सलाना महंगाई मासिक होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) पर आधारित होता है और ये अक्टूबर 2018 में 5.54 प्रतिशत था।
खाद्य साम्रगियों के दाम बढ़ने की दर इस महीने में 9.80 प्रतिशत थी। वहीं, गैर-खाद्य वस्तुए 2.35 प्रतिशत पर रही। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से ये आंकड़े गुरुवार को जारी हुए। विनिर्माण उत्पाद के लिए थोक मुद्रास्फीति इसी महीने शून्य से 0.84 प्रतिशत नीचे रही। हालांकि , फल और सब्जियों समेत खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से अक्टूबर महीने में खुदरा मुद्रास्फीति तेजी से बढ़ती हुई 4.62 प्रतिशत पर पहुंच गयी। यह इसका 16 महीने का उच्च स्तर है।
वहीं, सभी 'थोक वस्तुओं' का (बेस: 2011-12=100) अक्टूबर महीने में होलसेल प्राइस इंडेक्स 0.7 प्रतिशत बढ़कर 122.2 (तत्कालिक) हो गया है। इससे पहले ये 121.3 (तत्कालिक) था। भारत सरकार की ओर से ये आंकड़े जारी किये गये हैं।
Govt of India: The official Wholesale Price Index for 'All Commodities' (Base : 2011-12=100) for the month of October, 2019 rose by 0.7% to 122.2 (provisional) from 121.3 (provisional) for the previous month. pic.twitter.com/7EeT8GUts6
— ANI (@ANI) November 14, 2019