कोटक महिंद्रा बैंक की 2.83 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेंगी, 6804 करोड़ रुपये में होगा सौदा
By भाषा | Published: June 2, 2020 01:56 AM2020-06-02T01:56:42+5:302020-06-02T01:56:42+5:30
कोटक की बैंक में अधिक हिस्सेदारी होने के कारण रिजर्व बैंक के साथ लंबे समय से खींचतान चल रही थी। इसे लेकर कोटक ने रिजर्व बैंक के खिलाफ दिसंबर 2018 में बांबे उच्च न्यायालय की शरण ली थी।
मुंबईः रिजर्व बैंक के साथ सीमा से अधिक शेयरधारिता के मामले में लम्बे समय से कानूनी दाव-पेंच में उलझे अरबपति बैंकर उदय कोटक ‘कोटक महिंद्रा बैंक’ की अपनी 2.83 प्रतिशत हिस्सेदारी मंगलवार को बेचेंगे। समझा जाता है कि वह इसे कम से कम 6,804 करोड़ रुपये में बेचने वाले हैं। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
कोटक की बैंक में अधिक हिस्सेदारी होने के कारण रिजर्व बैंक के साथ लंबे समय से खींचतान चल रही थी। इसे लेकर कोटक ने रिजर्व बैंक के खिलाफ दिसंबर 2018 में बांबे उच्च न्यायालय की शरण ली थी। यह मामला अभी अदालत में लंबित है। इस बिक्री से बैंक में उनकी हिस्सेदारी घट कर 26 प्रतिशत पर आ जाएगी, जो आरबीआई द्वारा तय नियम के दायरे में होगी।
मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ''ब्लॉक डील के जरिये हिस्सेदारी को कम किया जायेगा। यह सौदा जल्द ही होगा और इसकी दर 1,215 रुपये से 1,240 रुपये प्रति शेयर के बीच होगी।’’
कच्चे बेचीनामे के अनुसार उदय कोटक बैंक के 5.6 करोड़ या 2.83 प्रतिशत हिस्सेदारी थोक सौदे में बेचेंगे। उनके शेयर कम होने के बाद बैंक में उनका हिस्सा 28.93 प्रतिशत से घट कर 26.1 प्रतिशत रह जाएगा। कीमत दायरे के न्यूनतम स्तर की बोली के हिसाब से भी 2.83 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए उन्हें कम से कम 6,804 करोड़ रुपये मिलेंगे। सबसे ऊंचे स्तर की बोली में प्राप्ति 6,944 करोड़ रुपये की हो सकती है।
रिजर्व बैंक के प्रावधान के हिसाब से किसी बैंक में प्रवर्तक की अधिकतम हिस्सेदारी 26 प्रतिशत हो सकती है। कोटक महिंद्रा बैंक देश का चौथा सबसे बड़ा निजी बैंक है। उदय कोटक एशिया में बैंक का कारोबार करने वालों में सबसे अमीर व्यक्ति हैं।