बैंकों की आज से दो दिवसीय हड़ताल, 10 लाख कर्मचारी काम छोड़कर लेंगे हिस्सा, जानें बैंककर्मी क्यों कर रहे हैं हड़ताल
By अनुराग आनंद | Published: March 15, 2021 09:53 AM2021-03-15T09:53:12+5:302021-03-15T09:58:57+5:30
इस हड़ताल में देशभर के बैंकों के लगभग 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी भाग लेंगे। कर्मचारियों ने सरकार के निजीकरण के फैसले के खिलाफ यह हड़ताल करने की बात कही है।
नई दिल्ली: बैंकों के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी संगठनों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल के चलते सोमवार और मंगलवार को देश भर में बैकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं. हड़ताल के कारण जमा और निकासी, चेक क्लीयरेंस और ऋण स्वीकृति जैसी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं.
नौ यूनियनों के सम्मिलित संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन ने एक बयान में दावा किया है कि बैंकों के लगभग 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में भाग लेंगे. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) सहित कई सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि यदि हड़ताल होती है, तो उनका सामान्य कामकाज शाखाओं और कार्यालयों में प्रभावित हो सकता है.
अतिरिक्त मुख्य श्रम आयुक्त ने बैठक में बैंककर्मियों की मांगें मानने से इनकार कर दिया-
बैंकों ने यह भी बताया कि वे बैंक शाखाओं और कार्यालयों के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं. पिछले महीने पेश किये गये केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार के विनिवेश कार्यक्रम के तहत अगले वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि 4, 9 और 10 मार्च को अतिरिक्त मुख्य श्रम आयुक्त के साथ हुई बैठकें बेनतीजा रही अत: हड़ताल होगी.
इन बैंकिंग संगठनों ने हड़ताल का ऐलान किया-
हड़ताल में शामिल मुख्य संगठन ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (एआईबीओसी), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ बैंक इम्प्लॉइज (एनसीबीई) ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) बैंक इम्प्लॉइज कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईसीआई) आदि इंडियन नेशल बैंक एम्पलाईज फेडरेशन (आईएनबीईएफ) इंडियन नेशनल बैंक आफीसर्स कांग्रेस (आईएनबीओसी) नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू) नेशन आर्गनाइजेशन आफ बैंक आफीसर्स (एनओबीओ)
(एजेंसी इनपुट)