जी-20 समिट: पीएम मोदी से मुलाकात से पहले डोनॉल्ड ट्रंप ने कहा बढ़ाया गया टैरिफ अस्वीकार्य है, भारत को इसे वापस लेना चाहिए
By रजनीश | Published: June 27, 2019 10:47 AM2019-06-27T10:47:08+5:302019-06-27T10:47:08+5:30
अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड मुद्दों पर मतभेद हैं। भारत द्वारा ज्यादा टैरिफ की बात कहते हुए अमेरिका ने नई दिल्ली का GSP का दर्जा छीन लिया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाल ही में लगाए गए टैरिफ को हटाने को कहा है। ट्रंप ने कहा कि यह अस्वीकार्य है। ट्रंप ने कहा कि मैं यूनाइटेड स्टेट के खिलाफ भारत की तरफ से हाल ही में टैरिफ में हुई और वृद्धि पर पीएम मोदी से बात करूंगा। ट्रंप ने कहा यह अस्वीकार्य है और टैरिफ वापस लेना चाहिए।
USA President Donald Trump: I look forward to speaking with Prime Minister Modi about the fact that India, for years having put very high tariffs against the United States, just recently increased the tariffs even further. This is unacceptable and the tariffs must be withdrawn! https://t.co/BMwPD0PCMP
— ANI (@ANI) June 27, 2019
पीएम मोदी के जी-20 में शामिल होने से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भारत यात्रा पर थे। जहां उन्होंने बुधवार को भारत के साथ बढ़ रहे व्यापार तनाव को कम को कम करने की मांग की।
हालांकि, आर्थिक और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है जापान में होने वाली जी-20 समिट में पीएम मोदी और ट्रंप की बैठक में संभवत: व्यापार से जुड़ी घोषणा हो सकती है।
ट्रेड
अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड मुद्दों पर मतभेद हैं। भारत द्वारा ज्यादा टैरिफ की बात कहते हुए अमेरिका ने नई दिल्ली का GSP का दर्जा छीन लिया था। देखने वाली बात होगी कि दोनों देश इन मुद्दों पर क्या रुख अपनाते हैं।
एक बार ट्रंप ने अमेरिकी मोटरसाइकिल हर्ले-डेविडसन का उदाहरण देते हुए कहा था कि जब हम भारत को मोटरसाइकिल भेजते हैं तो उस पर 100 प्रतिशत का शुल्क लगाया जाता है, लेकिन जब भारत हमें मोटरसाइकिल का निर्यात करता है, तो हम कुछ भी शुल्क नहीं लगाते हैं। ट्रंप ने कहा कि इसलिए मैं बराबर कर चाहता हूं या फिर कम से कम एक शुल्क लगाना चाहता हूं। यह मिरर टैक्स (जवाबी शुल्क) होगा लेकिन परस्पर बराबर होगा।
ट्रंप ने कहा था कि वह भारत के हर्ले-डेविडसन मोटरसाइकिल पर शुल्क को 100 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत करने से संतुष्ट हैं। हालांकि, यह कटौती पर्याप्त नहीं है लेकिन फिर भी ठीक है। ट्रंप ने कहा था कि अब समय आ गया है कि अमेरिका भी परस्पर बराबर जवाबी शुल्क लगाए।