स्विस बैंक खाताधारकों पर बढ़ा शिकंजा, 50 भारतीयों को दिया जायेगा नोटिस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 17, 2019 10:39 AM2019-06-17T10:39:46+5:302019-06-17T10:40:22+5:30
स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने इन भारतीय खाताधारकों को नोटिस जारी कर उनकी सूचना भारत सरकार को देने से पहले उनको अपील का अंतिम मौका दिया है. नोटिस में संबंधित ग्राहक या उसके प्रतिनिधि को आवश्यक दस्तावेजी सबूतों के साथ 30 दिनों के भीतर अपील करने के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है.
स्विट्जरलैंड के बैंकों में अघोषित खाते रखने वाले भारतीयों के खिलाफ दोनों देशों की सरकारों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. स्विट्जरलैंड के अधिकारी इस सिलसिले में करीब 50 भारतीयों के बैंक खातों की सूचनाएं भारतीय अधिकारियों को सौंपने की प्रक्रिया में लगे हैं.
स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने इन भारतीय खाताधारकों को नोटिस जारी कर उनकी सूचना भारत सरकार को देने से पहले उनको अपील का अंतिम मौका दिया है. नोटिस में संबंधित ग्राहक या उसके प्रतिनिधि को आवश्यक दस्तावेजी सबूतों के साथ 30 दिनों के भीतर अपील करने के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. ये नोटिस मार्च से अब तक जारी किए गए हैं.
जिनको नोटिस जारी किए गए हैं उनमें से ज्यादातर जमीन-जायदाद, वित्तीय सेवा, प्रौद्योगिकी, दूरसंचार, पेंट, घरेलू साज-सज्जा, कपड़ा, इंजीनियरिंग सामान, रत्न और आभूषण के कारोबार से जुड़े कारोबारी और कंपनियां शामिल हैं. इनमें से कुछ डमी कंपनियां भी हो सकती हैं. दोनों देशों के बीच इस प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी है.
स्विट्जरलैंड सरकार अपने देश की कर चोरों के पनाहगाह की छवि बदलने की कवायद में विभिन्न देशों के साथ संदिग्ध लोगों की बैंकिंग सूचनाओं को साझा करने की प्रक्रिया तेज की है. पिछले कुछ सप्ताह के दौरान भारत के साथ सूचनाएं साझा करने की प्रक्रिया में तेजी आई है. खाताधारकों की सूचनाओं को साझा करने के लिए उसने भारत समेत अन्य देशों के साथ समझौता किया है.
पूरा नाम नहीं सिर्फ शुरुआती अक्षर बताए
स्विट्जरलैंड सरकार ने सार्वजनिक की गई जानकारियों में बैंक खाताधारकों का पूरा नाम न बताकर सिर्फ उनके नाम के शुरुआती अक्षर बताए हैं. इसके अलावा उनकी राष्ट्रीयता और जन्म तिथि का जिक्र किया गया है. स्विट्जरलैंड सरकार ने सिर्फ 21 मई को 11 भारतीयों को नोटिस जारी किए हैं. जिन दो भारतीयों का पूरा नाम बताया गया है, उनमें मई 1949 में पैदा हुए कृष्ण भगवान रामचंद और सितंबर 1972 में पैदा हुए कल्पेश हर्षद किनारीवाला शामिल हैं.
हालांकि, इनके बारे में अन्य जानकारियों का खुलासा नहीं किया गया है. अन्य नामों में जिनके शुरुआती अक्षर बताए गए हैं, उनमें 24 नवंबर 1944 को पैदा हुए एएसबीके, 9 जुलाई 1944 को पैदा हुए एबीकेआई, 2 नवंबर 1983 को पैदा हुई पीएएस आदि शामिल हैं.