शेयर बाजार में 'बूम-बूम', रिकॉर्ड बनाने से चूका सेंसेक्स, निफ्टी 12,000 के करीब पहुंचा
By भाषा | Published: November 20, 2019 05:54 PM2019-11-20T17:54:06+5:302019-11-20T17:54:06+5:30
रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और इंडसइंड बैंक में मजबूत बढ़त से शेयर बाजार में बुधवार को तेजी रही। सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय रिकॉर्ड 40,816.38 अंक तक चला गया था।
शेयर बाजारों में बुधवार को भी तेजी बनी रही। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 182 अंक बढ़कर 40,651.64 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 59 अंक की तेजी के साथ लगभग 12,000 अंक पर पहुंच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और इंडसइंड बैंक में मजबूत बढ़त से शेयर बाजार में तेजी रही।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय रिकॉर्ड 40,816.38 अंक तक चला गया था, लेकिन बाद में इसमें कुछ गिरावट आयी और अंत में यह 181.94 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की तेजी के साथ 40,651.64 अंक पर बंद हुआ। यह सात नवंबर 2019 के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर से केवल 2 अंक ही नीचे है।
इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 59 अंक यानी 0.49 प्रतिशत की तेजी के साथ 12,000 अंक के करीब 11,999.10 अंक पर बंद हुआ। बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज की अगुवाई में तेजी रही। कंपनी का शेयर 2.47 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,571.85 रुपये प्रति शेयर के ऊंचे भाव पर पहुंच गया था। कंपनी की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो की अगले कुछ सप्ताह में शुल्क दरें बढ़ाने की घोषणा के बाद कंपनी का शेयर मजबूत हुआ।
देश की सबसे मूल्यवान कंपनी आरआईएल का बाजार मूल्यांकन 10 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक स्तर की ओर तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को कंपनी का बाजार पूंजीकरण 9,80,699.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। लाभ में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में सन फार्मा 5.73 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक 5.50 प्रतिशत तथा येस बैंक 2.65 प्रतिशत मजबूत हुए। इसके अलावा एल एंड टी, टेक महिंद्रा, आईटीसी तथा पावरग्रिड में भी तेजी रही। वहीं दूसरी तरफ कोटक बैंक 1.49 प्रतिशत, एचडीएफसी 0.87 प्रतिशत और टाटा स्टील 0.83 प्रतिशत नीचे आये।
एचयूएल, एसबीआई तथा भारती एयरटेल भी नुकसान में रहे। आईआईएफएल सिक्युरिटीज के निदेशक संजीव भसीन ने कहा, 'बाजार आने वाले समय में तेजी की उम्मीद कर रहा है। आर्थिक वृद्धि के तीन संकेतक... कंपनी कर की दर में कटौती, बड़े सावर्जनिक उपक्रमों का विनिवेश तथा अमेरिका-चीन व्यापार गतिरोध के समाधान की संभावना...हैं। इसीलिए हमारा मानना है कि 2020 में आर्थिक वृद्धि पटरी पर आ जाएगी।'
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सियोल में गिरावट दर्ज की गयी। अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान से एशिया के अन्य बाजारों में गिरावट दर्ज की गयी। उन्होंने एक तरह से चेतावनी के लहजे में हुए कहा कि अगर चीन के साथ व्यापार समझौता नहीं हो पाता है तो और शुल्क लगाये जाएंगे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।