पेट्रोल-डीजल के दामों की कटौती पर शिवसेना ने बीजेपी को घेरा, कहा- बहुत देर से उठाया कदम
By भाषा | Published: October 5, 2018 04:14 PM2018-10-05T16:14:02+5:302018-10-05T16:14:02+5:30
शिवसेना ने अपने मुखपत्र के संपादकीय में लिखा, ‘‘केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार का ईंधन के दामों में कटौती का निर्णय बहुत देर से उठाया गया कदम है।
मुम्बई, 05 अक्टूबर: शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि ईंधन के दामों में कमी ‘बहुत देर से उठाया गया कदम’ है और जब पेट्रोल एवं डीजल की दरें रोजाना बढ़ रही थीं तब केंद्र ने रोजाना एक लाख करोड़ रुपये तक बनाए।
उसने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की उनकी इस बयान को लेकर आलोचना भी की कि वह डॉ बी आर अंबेडकर की सेवा में राज्य को बंधक रखने को तैयार हैं। केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को पेट्रोल और डीजल के दामों में ढाई रुपये की कटौती की घोषणा की थी। उधर भाजपा शासित राज्यों ने भी वैट कम कर ईंधनों के खुदरा दामों में यह कटौती दोगुणी कर दी।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र के संपादकीय में लिखा, ‘‘केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार का ईंधन के दामों में कटौती का निर्णय बहुत देर से उठाया गया कदम है। इससे पहले ईंधन के दामों में रोजना वृद्धि से देश के खजाने में प्रतिदिन एक लाख करोड़ रुपये तक जमा हुए।’’
उसने फड़नवीस पर आक्षेप करते हुए लिखा कि यदि केंद्र जमा हुई इस राशि से से 5000 से 10000 करोड़ रुपये मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी और डॉ बी आर अंबेडकर के लिए स्मारक के लिए दे दे तो मुख्यमंत्री को राज्य को बंधक नहीं रखना पड़ेगा।
बुधवार को ठाणे में रामदास अठावले की अगुवाई वाली पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के स्थापना दिवस कार्यक्रम में फड़नवीस ने कथित रुप से कहा था कि कांग्रेस ने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की प्रतिमाएं बनवायीं लेकिन अंबेडकर को उचित सम्मान देने और उनका स्मारक बनाने की परवाह नहीं की। अंबेडकर ने सामाजिक न्याय, समानता और मानवता का प्रतिनिधित्व किया और वह संविधान के इन शिल्पी की सेवा में वह राज्य को बंधक रखने को भी तैयार हैं।
इस पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने मांग की कि सरकार इश्तहारों पर हजारों करोड़ों रुपये के खर्च में कमी लाए। उसने यह भी कह कि राज्य को बंधक रखने के बजाय भाजपा द्वारा चुनाव जीतने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले पैसे का स्मारक के लिए उपयोग क्यों नहीं किया जा सकता है।