share bazar: 84,544.31 पर बंद हुआ बाजार, बाजार पूंजीकरण 624468.11 करोड़ बढ़कर 4,71,71,745.83 करोड़ रुपये, निवेशकों की बल्ले-बल्ले?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 20, 2024 06:43 PM2024-09-20T18:43:29+5:302024-09-20T18:45:12+5:30
share bazar: सेंसेक्स पहली बार ऐतिहासिक 84,000 अंक से ऊपर बंद हुआ जबकि निफ्टी ने भी नया रिकॉर्ड स्तर हासिल किया।
share bazar: शेयर बाजार में निवेशकों की संपत्ति शुक्रवार को 6.24 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। निवेशकों की मजबूत धारणा के बीच बीएसई सेंसेक्स 1,359.51 अंक की बढ़त के साथ पहली बार ऐतिहासिक 84,000 अंक के स्तर को पार कर गया। इससे निवेशकों की संपत्ति बढ़ी है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,359.51 अंक उछलकर 84,544.31 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,509.66 अंक चढ़कर 84,694.46 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। शेयर बाजार में तेजी के बाद, बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6,24,468.11 करोड़ रुपये बढ़कर 4,71,71,745.83 करोड़ रुपये (5.65 हजार अरब डॉलर) हो गया। वैश्विक बाजारों में तेजी के रुझान के बीच अग्रणी बैंकों के शेयरों में खरीदारी आने से शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार अपने उच्चतम स्तर पर बंद हुए। सेंसेक्स पहली बार ऐतिहासिक 84,000 अंक से ऊपर बंद हुआ जबकि निफ्टी ने भी नया रिकॉर्ड स्तर हासिल किया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,359.51 अंक यानी 1.63 प्रतिशत उछलकर 84,544.31 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,509.66 अंक बढ़कर 84,694.46 के नए शिखर पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 375.15 अंक यानी 1.48 प्रतिशत बढ़कर 25,790.95 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह 433.45 अंक उछलकर 25,849.25 के सर्वकालिक उच्च स्तर तक भी गया। सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सर्वाधिक पांच प्रतिशत की छलांग लगाई। इसके अलावा जेएसडब्ल्यू स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, भारती एयरटेल, नेस्ले, अदाणी पोर्ट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, मारुति, कोटक महिंद्रा बैंक और टाटा स्टील के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और बजाज फाइनेंस के शेयरों में गिरावट का रुख देखने को मिला।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “फेडरल रिजर्व की तरफ से नीतिगत दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती और अत्यधिक उदार मौद्रिक रुख ने भारतीय बाजार को रफ्तार दे दी है।" नायर ने कहा कि इस घटनाक्रम से घरेलू अर्थव्यवस्था में सकारात्मकता आने की उम्मीद है और अल्पकाल से मध्यम अवधि में विदेशी निवेश में भी वृद्धि होगी।
बीएसई स्मालकैप सूचकांक 1.37 प्रतिशत बढ़ गया जबकि मिडकैप सूचकांक में 1.16 प्रतिशत की बढ़त रही। क्षेत्रवार सूचकांकों में रियल्टी खंड में सर्वाधिक 3.21 प्रतिशत और पूंजीगत उत्पाद खंड में 2.32 प्रतिशत की तेजी देखी गई। वाहन खंड में 2.12 प्रतिशत और औद्योगिक खंड में भी 2.08 प्रतिशत की बढ़त रही।
साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स ने कुल 1,653.37 अंक यानी 1.99 प्रतिशत और एनएसई निफ्टी ने 434.45 अंक यानी 1.71 प्रतिशत की तेजी हासिल की। कैपिटलमाइंड रिसर्च में वरिष्ठ शोध विश्लेषक कृष्णा अप्पाला ने कहा, "भारतीय बाजार फेडरल रिजर्व की दर कटौती से उत्साहित होकर अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए।
वैश्विक बाजारों के लिए दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती एक सकारात्मक अचरज जैसी रही।" एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के शेयर बाजारों में गिरावट का रुख देखने को मिला।
फेडरल रिजर्व के फैसले से उत्साहित अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को खासी तेजी के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.23 प्रतिशत गिरकर 74.71 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 2,547.53 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।