तीन दिनों से जारी तेजी पर लगा विराम, सेंसेक्स 194 अंक टूटा, येस बैंक में 3 प्रतिशत से अधिक गिरावट
By भाषा | Published: June 12, 2019 08:02 PM2019-06-12T20:02:14+5:302019-06-12T20:02:33+5:30
वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बैंकों तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में नुकसान से शेयर बाजार में गिरावट आयी। कारोबारियों के अनुसार निवेशक मुद्रास्फीति और औद्योगिक वृद्धि के आंकड़े जारी होने पहले सतर्क दिखे।
शेयर बाजारों में तीन दिनों से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लग गया और घरेलू शेयर बाजार बीएसई सेंसेक्स 194 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बैंकों तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में नुकसान से शेयर बाजार में गिरावट आयी। कारोबारियों के अनुसार निवेशक मुद्रास्फीति और औद्योगिक वृद्धि के आंकड़े जारी होने पहले सतर्क दिखे।
कारोबार के दौरान 300 अंक से अधिक की गिरावट के बाद बीएसई सेंसेक्स कुछ संभला और अंत में 193.65 अंक यानी 0.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,756.81 पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह नीचे में 39,623.53 तथा ऊंचे में 39,982.10 अंक तक गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी 59.40 अंक यानी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,906.20 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक नीचे में 11,866.35 तथा ऊंचे में 11,962.45 तक गया।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में येस बैंक रहा। रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा निजी बैंक की साख को समीक्षा के लिये विचारार्थ रखे जाने की खबर से उसका शेयर 3.34 प्रतिशत नीचे आया। ऐसी आशंका है कि बैंक की साख घटायी जा सकती है। नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में मारुति, कोटक बैंक, हीरो मोटो कार्प, बजाज आटो, इंडसइंड बैंक तथा बजाज फाइनेंस शामिल हैं। इनमें 1.79 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।
दूसरी तरफ टाटा स्टील, ओएनजीसी, वेदांता, सन फार्मा, टीसीएस, आरआईएल, एचयूएल तथा आईटीसी में 2.60 प्रतिशत तक की तेजी आयी। विशेषज्ञों के अनुसार वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख से बाजार का माहौल ठंडा रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि उनकी चीन के साथ तबतक व्यापार सौदे में रूचि नहीं है जबतक वह चार-पांच बड़े बिंदुओं पर सहमत नहीं हो जाता। इस बयान से वैश्विक रुख पर असर पड़ा। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.56 प्रतिशत, हैंग सेंग 1.73 प्रतिशत, निक्की 0.35 प्रतिशत तथा कोस्पी 0.14 प्रतिशत टूटे। शुरूआती कारोबार में यूरोप के प्रमुख बाजारों में गिरावट का रुख रहा।