सेंसेक्स 491 अंक टूटा, भारत-अमेरिकी व्यापार युद्ध चिंता से डूबा बाजार, गिरावट से निवेशकों को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की चपत
By भाषा | Published: June 17, 2019 07:14 PM2019-06-17T19:14:00+5:302019-06-17T19:14:00+5:30
सेंसेक्स में लगातार गिरावट का यह चौथा दिन रहा। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 151 अंक से अधिक टूटा। इसके अलावा, पश्चिम एशिया में ताजा भू-राजनीतिक तनाव और मानसून की प्रगति को लेकर चिंता से भी निवेशकों के मनोबल पर असर पड़ा है। बीएसई सेंसेक्स 491.28 अंक यानी 1.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,960.79 अंक पर पहुंच गया।
शेयर बाजारों के लिये सोमवार का दिन अच्छा नहीं रहा। अमेरिकी सामानों के खिलाफ जवाबी प्रशुल्क लगाने की भारत की कार्रवाई से व्यापार युद्ध भड़कने की आशंका के कारण बीएसई सेंसेक्स 491 अंक से अधिक का गोता लगा गया।
सेंसेक्स में लगातार गिरावट का यह चौथा दिन रहा। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 151 अंक से अधिक टूटा। इसके अलावा, पश्चिम एशिया में ताजा भू-राजनीतिक तनाव और मानसून की प्रगति को लेकर चिंता से भी निवेशकों के मनोबल पर असर पड़ा है।
बीएसई सेंसेक्स 491.28 अंक यानी 1.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,960.79 अंक पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह नीचे में 38,911.49 तथा ऊंचे में 39,540.42 अंक तक गया। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 151.15 अंक यानी 1.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,672.15 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह नीचे में 11,657.75 तथा ऊंचे में 11,844.05 अंक तक गया। क्षेत्रवार देखा जाए तो धातु कंपनियों के शेयरों वाला बीएसई-धातु सूचकांक सर्वाधिक 3 प्रतिशत से अधिक टूटा। ऊर्जा शेयरों में भी 2 प्रतिशत की गिरावट रही। सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील 5 प्रतिशत से अधिक अधिक हानि में रहा।
नुकसान में रहे अन्य शेयरों में वेदांता, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, रिलायंस, ओएनजीसी, सन फार्मा, मारुति और एल एंड टी शामिल हैं। इनमें 3.33 प्रतिशत तक की गिरावट आयी। यस बैंक, कोल इंडिया और इन्फोसिस में तेजी आयी।
इस्पात और एल्युमीनियम जैसे भारतीय उत्पादों पर अमेरिका के आयात शुल्क बढ़ाने के बाद भारत ने बादाम, दाल और अखरोट समेत 28 अमेरिकी उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ाया है। इससे व्यापार युद्ध बढ़ने की आशंका है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक व्यापार युद्ध बढ़ने के कारण निवेशकों के सतर्क होने से घरेलू बाजार में गिरावट आयी। इसके अलावा पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से तेल की कीमतों में अचानक तेजी आयी है....।’’
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61.76 डालर प्रति बैरल रही। वहीं डालर के मुकाबले रुपया 10 पैसे टूटकर 69.91 पर बंद हुआ। एशिया के अन्य बाजारों में सियोल शेयर बाजार नुकसान में रहे। वहीं शंघाई, हांगकांग और तोक्यो के बाजारों में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी रही।
शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की चपत
बीएसई सेंसेक्स में सोमवार को 491 अंक से अधिक की गिरावट से निवेशकों को 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की चपत लगी। अमेरिकी सामानों के खिलाफ जवाबी प्रशुल्क लगाने की भारत की कार्रवाई से व्यापार युद्ध भड़कने की आशंका के कारण बीएसई सेंसेक्स 491.28 अंक यानी 1.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,960.79 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में बिकवाली से बाजार सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,00,258.81 करोड़ रुपये घटकर 1,50,09,329.19 करोड़ रुपये पहुंच गया। टाटा स्टील, वेदांता लि., टाटा मोटर्स और एक्सिस बैंक लि. की अगुवाई में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 शेयर नुकसान में रहे।
बीएसई के सभी खंडवार सूचकांक नुकसान में रहे। धातु कंपनियों के शेयरों वाला बीएसई-धातु सूचकांक और तेल एवं गैस सूचकांक 3 प्रतिशत तक टूटे। बीएसई के 1,879 कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी जबकि 685 मजबूत हुए। वहीं 131 के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।