वित्त मंत्री के तोहफों के बाद सेंसेक्स ने लगाई 1,921 अंक की छलांग
By भाषा | Published: September 20, 2019 06:15 PM2019-09-20T18:15:04+5:302019-09-20T18:15:04+5:30
सरकार की ओर से कॉरपोरेट कर की प्रभावी दरों को लगभग 10 प्रतिशत घटाकर 25.17 प्रतिशत करने की घोषणा के बाद में घरेलू शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के नए उपायों की घोषणा करने से शुक्रवार को बीएसई के सेंसेक्स ने 1,921 अंक की लंबी छलाग लगाई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों पर वाला सेंसेक्स 1,921.15 अंक यानी 5.32 प्रतिशत की जोरदार बढ़त के साथ 38,014.62 अंक पर बंद हुआ।
यह एक दशक में सेंसेक्स की एक दिन की सबसे बड़ी तेजी है। दिन में सेंसेक्स 2,284.55 अंक बढ़कर 38,378.02 अंक तक चला गया था। इसी प्रकार , नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 569.40 अंक यानी 5.32 प्रतिशत उछलकर 11,274.20 अंक पर बंद हुआ। सरकार की ओर से कॉरपोरेट कर की प्रभावी दरों को लगभग 10 प्रतिशत घटाकर 25.17 प्रतिशत करने की घोषणा के बाद में घरेलू शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार प्रतिभूति लेन - देन कर के दायरे में आने वाली कंपनियों के शेयरों की बिक्री से हुए पूंजीगत लाभ पर बढ़ी हुई दर से अधिभार नहीं लगाएगी। इसके साथ ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों पर डेरिवेटिव समेत प्रतिभूतियों की बिक्री से होने वाले पूंजीगत लाभ पर बढ़ी हुई दर से लगाया गया अधिभार अब नहीं लगेगा। सीतारमण ने सूचीबद्ध कंपनियों को राहत देते हुए कहा कि जिन कंपनियों ने पांच जुलाई से पहले शेयरों की पुनर्खरीद की घोषणा की है , उन्हें उसके लिये कर नहीं देना होगा।
इन घोषणाओं के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में एक दशक में सबसे बड़ी एकदिवसीय वृद्धि दर्ज की गई। सेंसेक्स के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी हीरो मोटोकॉर्प , मारुति , इडसइंड बैंक , बजाज फाइनेंस , एसबीआई , महिंद्रा एंड महिंद्रा , एचडीएफसी बैंक , हिंदुस्तान यूनिलीवर और एलएंडटी में रही। इन कंपनियों के शेयर 12.52 प्रतिशत तक बढ़े।
वहीं , दूसरी ओर पावरग्रिड , इंफोसिस , टीसीएस , एनटीपीसी और टेक महिंद्रा के शेयर 2.39 प्रतिशत तक गिरे। वित्त मंत्री की घोषणा के बाद रुपया में 29 पैसे उछलकर 71.04 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा था। एशियाई बाजारों में , शंघाई कंपोजिट सूचकांक , निक्की , कोस्पी में तेजी का दौर रहा जबकि हेंगसेंग में गिरावट रही। यूरोप में शेयर बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख देखने को मिल रहा था।